भूमंडलीकरण में नारी वस्तु बन गई है
रांची : रांची विवि के पीजी समाजशास्त्र विभाग की ओर से चल रहे तीन दिवसीय सेमिनार के दूसरे दिन स
रांची : रांची विवि के पीजी समाजशास्त्र विभाग की ओर से चल रहे तीन दिवसीय सेमिनार के दूसरे दिन सहायक प्राध्यापिका नीना महतो ने कहा कि भूमंडलीकरण के कारण नारी वस्तु बन गई है। बाजारवाद में नारी देह को आकर्षण के तौर पर प्रस्तुत किया जा रहा है जो स्त्री की गरिमा के अनुकूल नहीं है। कुमार मंजेश ने अंग्रेजी भाषा के बढ़ते वर्चस्व की चर्चा की। कहा, अंग्रेजी भाषा धन अर्जन, व्यापार, विज्ञान आदि की भाषा बन गई है। अनुपमा कुमारी ने कहा कि समाज में अचानक बदलाव अनेक चुनौतियां पैदा कर रहा है। सहायक व्याख्याता संपा गुप्ता ने कहा कि भूमंडलीकरण ने मानव को व्यापक दृष्टि दी है। सहायक प्राध्यापक डॉ. सुचित्रा बेहरा ने कहा कि आज व्यक्ति बड़े तेजी से बदलते समाज के साथ तालमेल बैठाने के लिए संघर्ष कर रहा है। भूमंडलीकरण ने सूचना के महत्व को बढ़ा दिया है जो मानव जीवन का आधार बन गई है। इसने समाज को एक नया रुप दिया है मौके पर समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. प्रभात सिंह, डॉ. पारस चौधरी, डॉ. सुरेंद्र पांडेय, डॉ. मिथलेश कुमार, डॉ. भीम प्रभाकर, डॉ. विनोद नारायण सहित अन्य थे।
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सांस्कृतिक संध्या पर सभी खूब झूमे
समारोह में शुक्रवार को सास्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। संगीतकार मृणालिनी अखौरी और सैमसन डेविड की गजल पर दर्शक झूम उठे। गजल के साथ-साथ छउ नृत्य, नागपुरी एवं पायका नृत्य की भी मनमोहक प्रस्तुति दी गई। राधाकृष्ण और मीरा की भक्ति पर आधारित नृत्य ने लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। डॉ. राजाराम महतो ने कहा कि झारखंड की माटी में कला और संस्कृति भरी पड़ी है। झारखंड में कलाकारों की कमी नहीं है। प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए उचित मंच की जरूरत है। संचालन डॉ. कमल कुमार बोस एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुरेंद्र पाडेय ने किया।