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आयुष्‍मान भारत : 30 वर्ष से ऊपर सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच

स्‍वास्‍थ्‍य सचिव नि‍धि खरे ने राज्‍य भर से पूछे गए लोगों के सवालों का जवाब दिया। उन्‍होंने गोल्‍डन कार्ड के लिए पैनि‍क नहीं बनाने की सलाह दी।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 27 Sep 2018 08:37 PM (IST)Updated: Fri, 28 Sep 2018 08:27 AM (IST)
आयुष्‍मान भारत : 30 वर्ष से ऊपर सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच
आयुष्‍मान भारत : 30 वर्ष से ऊपर सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच

रांची, राज्य ब्यूरो। गुरुवार को दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न प्रहर में पाठकों ने आयुष्मान भारत योजना को लेकर स्वास्थ्य सचिव निधि खरे से सीधा संवाद किया। स्वास्थ्य सचिव ने पाठकों के सवालों के जवाब में बताया कि आयुष्मान भारत योजना के दो पार्ट हैं। एक पार्ट प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा दूसरा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर है।

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स्वास्थ्य केंद्रों से अपग्रेड होनेवाले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में 30 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों की ब्लड प्रेशर, डायबीटिज व कैंसर की जांच होगी। लोगों को पहले ही किसी बीमारी का पता चल जाएगा। इससे जहां लोग खानपान व रहन-सहन में बदलाव लाकर अधिक बीमार होने से बच सकेंगे, वहीं अधिक बीमार होने पर अपना इलाज (किसी भी अस्पताल में) करा सकेंगे। इन सेंटरों में योगा की भी व्यवस्था होगी।

कार्यक्रम में दिनभर फोन घनघनाते रहे। दो सौ से अधिक फोन कॉल आए।

हालांकि एक घंटे में स्वास्थ्य सचिव लगभग सौ पाठकों के सवालों का जवाब दे पाईं। जिन पाठकों के कॉल वे नहीं ले पाईं उन्हें सलाह दी गई कि टॉल फ्री नंबर (14555) पर डायल कर अपनी किसी भी समस्या का समाधान ले सकते हैं। इस क्रम में कई पाठकों ने स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की अनुपस्थिति व कुछ व्यवस्था को लेकर भी सवाल किए। कुछ शिकायतें भी आईं, जिनपर स्वास्थ्य सचिव ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। प्रस्तुत है पाठकों के सवाल और उनके द्वारा दिए गए जवाब के मुख्य अंश :

- आयुष्मान भारत योजना क्या है? इसके तहत गोल्डन कार्ड कहां बनेगा? मेरे पास राशन कार्ड है तो क्या मुझे लाभ मिलेगा?

कृष्णा दास-डालटनगंज, दिलीप कुमार- कुमारधुबी धनबाद, रामध्यान गुप्ता-झुमरी तिलैया कोडरमा, ललित बिहारी श्रीवास्तव-एचईसी रांची। 

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत 57 लाख लाभुक परिवार के सभी सदस्यों का सूचीबद्ध अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज होगा। ऐसे सभी परिवार जिनके पास लाल या पीला कार्ड है, वे स्वत: इसके लाभार्थी हैं। गोल्डन कार्ड किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में कभी भी बनवा सकते हैं। इलाज कराने के लिए जाने के समय भी।

- मुझे पीएम का पत्र मिल गया है। अब मुझे क्या करना होगा? इस योजना के लिए आपको धन्यवाद।

मनोरंजन साहू, तमाड़ (रांची)

अभी आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को इलाज की जरूरत नहीं है तो उसे आप सुरक्षित रखें। जरूरत पडऩे पर किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में जाने के बाद गोल्डन कार्ड बनवाकर इलाज कराएं। इसमें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। अस्पतालों में तैनात आरोग्य मित्र आपको इसमें मदद करेंगे। योजना के लिए मुझे नहीं बल्कि प्रधानमंत्री को धन्यवाद करें।

- राशन कार्ड नहीं है तो मुझे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा? पीएम का पत्र मिलने पर भी नहीं?

जितेंद्र कुमार-बरियातू (रांची), दिनेश कुमार साव-धनबाद, मानिकचंद दास-चाईबासा।

योजना का लाभ लेने के लिए लाल या पीला कार्ड जरूरी है। पीएम का पत्र उन्हीं लाभुकों को मिलेगा जिनके पास राशन कार्ड हैं।

- पीएम का पत्र नहीं मिला? आयुष्मान भारत का लाभ कैसे मिलेगा?

आशा देवी, बुंडू-रांची

आप अपने पास के स्वास्थ्य केंद्र की सहिया या वार्ड पार्षद से मिलें। यदि आपके पास राशन कार्ड है तो आपको शीघ्र ही पीएम का पत्र मिल जाएगा। इसके लिए परेशान न हों।

- एमजीएम-जमशेदपुर के शौचालय में दरवाजे नहीं हैं। लाइट की भी व्यवस्था नहीं है।

योगेंद्र प्रसाद, मानगो, जमशेदपुर

मैं तुरंत इसे दिखवाती हूं। आपने जानकारी देकर अच्छा काम किया। लोगों को जागरुक होना ही चाहिए।

- चाईबासा, दुमका में प्रधानमंत्री का पत्र कब बंटेगा? क्या यह जरूरी है?

प्रमोद कुमार सिन्हा-चाईबासा, शेषनाथ गुप्ता-दुमका

चाईबासा व दुमका में एक-दो दिनों में पीएम का पत्र बंटना शुरू हो जाएगा। लाभुक के पास पीएम का पत्र नहीं, बल्कि राशन कार्ड होना जरूरी है। आप लाभुक हैं तो पीएम का पत्र भी निश्चित रूप से मिल जाएगा।

- योजना में पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज होगा, इसका क्या मतलब है?

नाजी अहमद, रामगढ़

यह कैशलेस योजना है। इसका मतलब है कि राशि आपके बैंक खाते में नहीं जाएगी। आप अपने पूरे परिवार का एक साल तक जब भी जरूरत पड़े पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज सूचीबद्ध अस्पतालों में करा सकते हैं।

- किन बीमारियों में मुझे इस योजना का लाभ मिलेगा?

निर्मल कौर-जमशेदपुर, प्रेम कुमार साहू, बरवाअड्डा-धनबाद

इस योजना के तहत 1350 प्रकार के प्रोसेड्योर (बीमारी, जांच, दवा, अन्य मेडिकल सुविधाएं) शामिल हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए भर्ती होना जरूरी है। गंभीर बीमारियों में ही भर्ती हों। यह छोटी-मोटी बीमारियों के लिए नहीं है।

- स्वास्थ्य केंद्र कब से कब खुले रहने चाहिए? पिठौरिया में आज नौ बजे तक नहीं खुला था।

प्रकाश केशर, पिठौरिया (रांची)

सरकारी स्वास्थ्य केंद्र चौबीस घंटे खुले रहने चाहिए। यदि नहीं खुलता तो शिकायत करें। निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।

इन्होंने भी पूछे सवाल : ओमप्रकाश झा-दुमका, दीपक कुमार झा-जमशेदपुर, दीप्ति देवी-रांची, मनीष-कोकर, सदाब अंसारी-लोहरदगा, विकास-रातू रोड रांची, रिदम पांडेय-बूटी मोड़ रांची, राजेश-जमशेदपुर, पपाई चक्रवर्ती-जमशेदपुर, कुमार उज्जवल, आर्या-कांके रोड, रांची आदि।

झारखंड सरकार ने जोड़े हैं 32 लाख अतिरिक्त लाभुक : स्वास्थ्य सचिव ने एक सवाल के जवाब में बताया कि केंद्र सरकार ने सामाजिक-आर्थिक जनगणना, 2011 के तहत आनेवाले 25 लाख परिवारों की मंजूरी दी है। राज्य सरकार ने खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में आनेवाले सभी को लाभ देने का निर्णय लिया है। इससे 32 लाख अतिरिक्त परिवार जुड़ गए हैं।

केंद्र ने दी है इन लाभुकों की स्वीकृति : ग्रामीण क्षेत्र : जिस परिवार के पास केवल एक कमरे का कच्चा मकान है। जिस परिवार के पास 16 से 59 वर्ष का कोई वयस्क नहीं है। महिला प्रधान परिवार, जिसमें कोई वयस्क पुरुष नहीं है। दिव्यांग सदस्य जिसके परिवार में कोई सक्षम वयस्क नहीं है। एससी या एसटी परिवार। भूमिहीन।

शहरी क्षेत्र : कचरा चुननेवाले, भिखारी, डोमेस्टिक वर्कर, स्ट्रीट वेंडर, हॉकर, प्लंबर, रेजा-कुली, टेलर, ड्राइवर, खलासी, रिक्शा चालक, दुकानों में काम करनेवाले, इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, धोबी, चौकीदार आदि। 

राज्य सरकार ने इनके अलावा इन्हें भी जोड़ा : जो आयकर न देते हों, जिनके पास चौपहिया वाहन न हो, तीन कमरे का पक्का मकान न हो, सरकारी नौकरी न हो। इनके अलावा उसके पास रेफ्रीजरेटर, वाशिंग मशीन आदि न हो।

कोई असुविधा होने पर इसपर करें डायल

14555 (टॉल फ्री नंबर)


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