एआइसीटीई की राष्ट्रीय समन्वय समिति में जीपी सिंह बने सदस्य
जागरण संवाददाता, रांची : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआइसीटीई) नई दिल्ली द्वारा 24 सदस्यीय कमिटी का गठन किया गया है।
जागरण संवाददाता, रांची : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआइसीटीई) नई दिल्ली द्वारा 24 सदस्यों से गठित राष्ट्रीय समन्वय समिति में भारत विकास परिषद् की ओर से जीपी सिंह (राष्ट्रीय चेयरमैन, ग्रामीण विकास) और राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश जैन को स्थान दिया गया है। विकसित गाव, विकसित भारत एवं मेरा गाव मेरा तीर्थ को ध्यान कर एआइसीटीई के अधीन के एक हजार इंजीनिय¨रग कॉलेजों के माध्यम से एक हजार गाव को गोद लेकर विकसित करने की योजना है। 18 सितंबर को इसकी पहली बैठक दिल्ली में संपन्न हुई। गावों के सर्वागीण विकास को लेकर 14 सूत्री कार्यक्रम बनाए गए हैं। कॉलेज के प्रशिक्षित छात्र इसके कार्यान्वयन में सहयोग देंगे। इससे तकनीकी बेरोजगार छात्र भी गाव में ही रोजगार पा सकेंगे। गाव को स्वावलंबी बना शहर से गाव की ओर जाने की मानसिकता को उलटी दिशा देने में प्रधानमंत्री जी की सोच को जमीन पर उतारने का एक सार्थक प्रयास होगा। गांव की ओर मेधावी युवाओं को मोड़ने की पहल
जीपी सिंह ने बताया कि इस पूरे कार्यक्रम की योजना गांव को स्वावलंबी बनाना है। एआइसीटीई के एक हजार इंजीनिय¨रग कॉलेजों के अतिरिक्त फार्मेसी और पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों को मिलाकर 30 लाख विद्यार्थी पूरे देश में अध्ययनरत हैं। इसमें एडमिशन लेने के बाद सात लाख विद्यार्थी बीच में छोड़ देते हैं। 23 लाख बचते हैं। जिसमें से 50 फीसद बैंक लोन लिए रहते हैं। इसमें से भी आधे विद्यार्थियों को मनपसंद नौकरी नहीं मिलती है। जिससे बैंक को यह लोन नहीं चुका पाते हैं और परेशान रहते हैं। सरकार का मानना है कि अर्द्ध बेरोजगारी की स्थिति वाले इन मेधावी युवाओं को गांव से जोड़ कर गांव का कायाकल्प किया जा सकता है।