कोडरमाः जयनगर में सांप्रदायिक हिंसा के बाद स्थिति नियंत्रण में
कोडरमा के जयनगर में दो समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी व अधिकारी को चोट लगी है।
जयनगर (कोडरमा), जेएनएन। जयनगर में बीती रात दो समुदायों के बीच जमकर हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। रात्रि लगभग 8:00 बजे शुरू हुआ विवाद लगभग 1:00 बजे शांत हुआ।
इधर, पुलिस ने दंप्रसं की धारा 144 के तहत पूरे इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। घटना की जानकारी लेने डीसी भुवनेश प्रसाद सिंह, एसपी एम तमिल वादन, एएसपी अजय पाल, एसडीपीओ ओम प्रकाश, एसडीओ के अलावा तिलैया, कोडरमा, चंदवारा, नवलशाही मरकच्चो के अलावा बरकट्ठा थाने की पुलिस पहुंची।
रात्रि के अंधेरे के कारण पुलिस को स्थिति संभालने में काफी परेशानी हुई। बाद में जनरेटर व हैलोजन लाइट की रोशनी मंगाने के बाद पुलिस और सशस्त्र बल के जवान वहां पहुंचे। अंधेरे के कारण दोनों तरफ से हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी व अधिकारी को चोट लगी है। पुलिस अधिकारियों में इंस्पेक्टर के पी यादव, जयनगर थाना प्रभारी रवि किशोर प्रसाद, ढाब थाना प्रभारी के अलावा एसडीपीओ के अंगरक्षक चोटिल हैं। इसके दोनों पक्ष के और भी कई लोगों को चोट लगी है।
घटना को लेकर एक समुदाय के कई दुकानों को भी क्षतिग्रस्त किया गया है व कुछ में आग लगा दी गई है। वहीं जयनगर इमामबाड़ा को भी क्षतिग्रस्त किया गया है। ज्ञात हो कि विश्वकर्मा पूजा की प्रतिमा विसर्जन के बाद लौट रहे जुलूस में शामिल लोगों की इमामबाड़ा के पास दूसरे समुदाय के लोगों के साथ टैब झड़प शुरू हुई जब कुछ शरारती तत्वों ने इमामबाड़ा में आतिशबाजी व पथराव कर दी।
बाद मामला बिगड़ा तो दोनों तरफ से रुक रुक कर करीब 4 घंटे तक पथराव होता रहा। इस दौरान थाने में पुलिस बल की कमी के कारण जयनगर पुलिस पूरी तरह किंकर्तव्यविमूढ़ बनी रही। बाद में जिले के उच्चाधिकारियों के पहुंचने एवं आसपास के थानों से पुलिस बल मंगाने के बाद स्थिति सामान्य हो सकी है। रात्रि से ही SP समेत जिले के सभी पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर हैं।