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रांची में 867 वाल्मीकि अंबेडकर आवास जर्जर

रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी रांची के चिरौंदी में वाल्मीकि अंबेडकर मलिन बस्ती आवास योजना (वांबे) के तहत पूर्व बनाए गई 867 इकाइयां जर्जर हो गई हैं। इससे संबंधित क्वार्टरों में रहने वाले 1000 से भी अधिक सफाईकर्मी और उनके परिजन परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 02:54 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 02:54 PM (IST)
रांची में 867 वाल्मीकि अंबेडकर आवास जर्जर
रांची में 867 वाल्मीकि अंबेडकर आवास जर्जर

रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी रांची के चिरौंदी में वाल्मीकि अंबेडकर मलिन बस्ती आवास योजना (वांबे) के तहत पूर्व बनाए गई 867 इकाइयां जर्जर हो गई हैं। इससे संबंधित क्वार्टरों में रहने वाले 1000 से भी अधिक सफाईकर्मी और उनके परिजन परेशान हैं। हालांकि आवासों के जीणरेंद्धार के लिए 5.63 करोड़ रुपये का प्राक्कलन तैयार है, जिसे अब तक स्वीकृति नहीं मिली है। मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र में पहुंची इस आशय की शिकायत पर सीएमओ ने गंभीरता प्रकट की है। मंगलवार को केंद्र में आई शिकायतों की समीक्षा कर रहे अपर सचिव रमाकांत सिंह ने नगर विकास विभाग को प्राक्कलन को स्वीकृति देने तथा इस पर काम शुरू कराने को कहा है।

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मोटर जल जाने के कारण दुमका के गोपीकांदर में दुर्गा मंदिर चौक के पास स्थित जलमीनार से मार्च 2017 से जलापूर्ति बंद होने की शिकायत भी इस दौरान पहुंची। इसी तरह सिमडेगा के कोलेबीर गांव के चेकडैम में मिट्टी भर जाने के कारण पाइपलाइन के जरिए चार महीने से जलापूर्ति बाधित रहने की शिकायत सामने आई। अपर सचिव ने दोनों ही मामलों में एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई करने तथा रिपोर्ट देने को कहा है।

बोकारो की 90 वर्षीया सोफिया देवी 28 महीने से वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा। इसी तरह देवघर की मायावती कुमारी को चार महीने से दिव्यांगता पेंशन का भुगतान नहीं हो रहा है। दोनों ही मामलों में अपर सचिव ने तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश अफसरों को दिया।

वहीं यह शिकायत भी आई कि गढ़वा के जिला ग्रामीण विकास अभिकरण में कार्यरत नौ कंप्यूटर आपरेटरों को स्वीकृत मानदेय से कम राशि मिल रही है तो दुमका के मुकेश कुमार मांझी को मिट्टी जांच प्रयोगशाला में काम करवाकर भी मानदेय नहीं दिया जा रहा। अपर सचिव ने काम करवाकर मानदेय नहीं देने की बात को गंभीर बताया तथा नोडल पदाधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई।

15 वर्षो से लापता हैं अशोक, आश्रित मांग रहे नौकरी : पथ निर्माण विभाग में कार्यरत अशोक कुमार प्रसाद के 15 वर्षो से लापता रहने की शिकायत भी जनसंवाद केंद्र तक पहुंची। जानकारी मिली कि उनके आश्रित अनुकंपा आधारित नौकरी के लिए परेशान है। इस संदर्भ में पूछे जाने पर अफसरों ने कहा कि सक्षम न्यायालय से मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जा सकती है। अपर सचिव ने इस मामले में कार्मिक तथा गृह विभाग से मंतव्य प्राप्त करने को कहा।

अपर सचिव ने इस दौरान आई अन्य शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए आदित्यपुर स्वास्थ्य केंद्र के समीप से जाम हटाने, गिरिडीह के राजेश कुमार मंडल की सड़क दुर्घटना में मौत के तीन साल बाद भी उनकी पत्नी को बीमा राशि नहीं मिलने पर कार्रवाई करने तथा भीम महतो ग्रेजुएट कालेज, जमशेदपुर में अनुकंपा पर नियुक्त शकुंतला महतो की सेवा स्थाई करने की दिशा में कार्रवाई करने को कहा।


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