जिसके साथ मजदूर जुटे वही असली इंटक
रांची, राज्य ब्यूरो। इंटक के ददई दुबे गुट से संबंधित कार्यकारिणी समिति की बैठक में असली-नकली इंटंक को लेकर कई बातें हुई। इस दौरान नेताओं ने कहा कि जिसके साथ मजदूर हैं वही असली इंटक है। ददई दुबे गुट ने राजेंद्र सिंह गुट को निशाने पर रखते हुए कहा कि जिन लोगों ने कांग्रेस का साथ छोड़ने की घोषणा की थी उनके साथ कभी नहीं जाएंगे। उनका निशाना इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी थे। इस दौरान उन लोगों का भी स्वागत किया गया जिन्होंने दूसरे संगठनों से इंटक की सदस्यता ग्रहण की।
रांची, राज्य ब्यूरो। इंटक के ददई दुबे गुट से संबंधित कार्यकारिणी समिति की बैठक में असली-नकली इंटक को लेकर कई बातें हुई। इस दौरान नेताओं ने कहा कि जिसके साथ मजदूर हैं वही असली इंटक है। ददई दुबे गुट ने राजेंद्र सिंह गुट को निशाने पर रखते हुए कहा कि जिन लोगों ने कांग्रेस का साथ छोड़ने की घोषणा की थी उनके साथ कभी नहीं जाएंगे। उनका निशाना इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी थे। इस दौरान उन लोगों का भी स्वागत किया गया जिन्होंने दूसरे संगठनों से इंटक की सदस्यता ग्रहण की। इस गुट के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू के अलावा राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी आदि ने भी लोगों को संबोधित किया।
ददई दुबे का संबोधन सीमित रहा लेकिन उन्होंने प्रेस रिलीज जारी कर जे. संजीवा रेड्डी के इंटक का विरोध किया। कहा, रेड्डी ने 2001 में सोनिया गांधी को अध्यक्ष मानने से इन्कार कर दिया था और उसी वक्त से हमारा विरोध चल रहा है। इसके पूर्व कई वक्ताओं ने मजदूरों को संबोधित किया। कांग्रेस प्रवक्ता अजय दुबे ने कहा कि असली-नकली की बातें बहुत होती हैं लेकिन जिसके साथ मजदूर हैं वही असली इंटक है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने कहा कि वे मजदूरों के नेता नहीं बल्कि मजदूर के बेटे हैं। केंद्र सरकार मजदूरों का हक नियमित तौर पर खत्म करते जा रही है।
लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे : बलमुचू : प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू ने कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है। सीएम आवास के सामने ही हत्या हो जा रही है तो आगे क्या सोचना। लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे है।
भारत बंद ऐतिहासिक होगा : धीरज साहू : राज्यसभा सदस्य धीरज साहू ने कहा कि सोमवार को भारत बंद ऐतिहासिक होगा। सरकार से आम लोग पूरी तरह नाराज हैं और आए दिन हत्या, लूट जैसी वारदातें हो रही हैं। लोग डर के साए में जी रहे हैं। उन्होंने सरकार बदलने का आह्वान किया।