मुख्यमंत्री आवास के पास एसपीओ की हत्या मामले में पांच हिरासत में
मुख्यमंत्री आवास के पास एसपीओ बुधु दास की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
रांची, जासं। मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास के पास शुक्रवार रात आठ बजे पुलिस मुखबिर बुधु दास की हत्या के बाद रांची पुलिस की जहां खूब किरकिरी हुई है, वहीं पुलिस मुख्यालय में भी हड़कंप मचा है। उधर रांची पुलिस ने इस प्रकरण में पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें मृतक की पत्नी नामजद किया गया बबलू कुम्हार भी शामिल है। पुलिस हिरासत में लेकर इन लोगों से पूछताछ कर रही है। राची रेंज के डीआइजी एवी होमकर ने महत्वपूर्ण बैठक बुलाकर किसी भी हाल में हत्यारों को गिरफ्तार करने का टास्क अधिकारियों को दिया है। इसके लिए एसआइटी का गठन किया है।
एसआइटी में सीनियर एसपी ,सिटी एसपी और रूरल एसपी तीनों को अलग-अलग जिम्मेदारिया दी गई हैं, ताकि जल्द से जल्द इस हत्याकाड का खुलासा किया जा सके। बताते चलें कि मामले में बुधु की पत्नी सुकरमणी के बयान पर गोंदा थाने में बबलू कुम्हार व टुन्नू खान के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि तीन अज्ञात को आरोपित बनाया गया है। पुलिस इस प्रकरण में बुंडू बस स्टैंड का ठेका विवाद और जमीन कारोबार में गैंगवार की आशंका की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि बुंडू इलाके में बुधु के जमीन संबंधी कई प्रोजेक्ट चल रहे है। इसमें उसका इलाके के लोगों का विवाद चल रहा है। बबलू कुम्हार चाहता है पूरे बस स्टैंड का ठेका : पुलिस सूत्रों के अनुसार बबलू कुम्हार पूरे बस स्टैंड एजेंटी का ठेका चाहता है। जबकि बुधु दास नौ लोगों से साथ मिलकर वहां बस स्टैंड का ठेका चला रहा था। इनमें कई पार्टनरों को हटा चुका है। इस स्टैंड का ठेका बबलू अकेला चाहता था। इसमें बुधु रास्ते का बाधा बना था। उसने जान मारने की धमकी भी दी थी। वहीं गिरफ्तार बबलू कुम्हार ने बताया कि वह निर्दोष है। हत्या के समय वह बुंडू में था। पुलिस की रडार पर इस हत्याकांड पर टुन्नू खान भी है।
सीएम की वापसी से पहले खुलासे में जुटी पुलिस : सीएम के रांची वापस लौटने से पहले मामले का खुलासा करने के लिए हाथ-पांव मार रही है। शुक्रवार व शनिवार की पूरी रात राची के एसएसपी अनीश, सिटी एसपी अमन कुमार, ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग सहित शहर के सभी डीएसपी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए शहर और ग्रामीण इलाकों में खाक छानते रहे। मुख्यमंत्री रघुवर दास फिलहाल दिल्ली में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हैं। प्रशासनिक महकमे में यह चर्चा है कि उनके आने के बाद पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।
पुलिस के लिए 2008 से काम कर रहा था बुधु : पुलिस के मुताबिक बुधु दास 2008 से पुलिस की मुखबिरी का काम कर रहा था। उसकी पत्नी सुकरमणि और साली रश्मि कुंदन पाहन दस्ते के महिला दस्ते में शामिल थीं। पत्नी और साली ने रांची के तत्कालीन एसएसपी प्रवीण कुमार सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। सरेंडर पॉलिसी के तहत उन्हें समाहरणालय में कैंटीन दी गई थी। पति को पुलिस ने एसपीओ नियुक्त कर लिया था। वहीं रांची पुलिस लाइन में उन्हें क्वार्टर भी दिया गया था।
पैतृक गांव बुंडू में हुआ पुलिस की देखरेख में बुधु का अंतिम संस्कार : बुधु दास के शव को पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंपा गया। शनिवार को उसके पैतृक गाव बुंडू लाकर वैष्णवी रीति रिवाज के अनुसार भकुवाडीह के छोटा बागान में पुलिस की देखरेख में शव को दफनाया गया। हालाकि बुधु दास का अपना घर तिरूलडीह ( बारूहातु) है। घर में बुधु दास की बुढ़ी मा के सिवा और कोई नहीं है। चार भाईयों में बुधु दास तीसरा भाई था। बड़े दो भाईयों की पूर्व में ही नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। सबसे छोटा भाई शादी के बाद जमशेदपुर में रहता है।
बढ़ी वीआइपी इलाकों की सुरक्षा : घटना के बाद रांची पुलिस की नींद खुल गई है। वीवीआइपी इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राजभवन, सीएम आवास सहित अन्य वीवीआइपी के आवास व कार्यालयों के पास पुलिस की गश्ती और तैनाती बढ़ा दी गई है। थानेदार नियमित रूप से इसकी मॉनिट¨रग कर रहे हैं।