ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट में शामिल होंगे 10 हजार किसान
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के साथ-साथ राज्य के किसानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना भी।
रांची, जेएनएन। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के साथ-साथ राज्य के किसानों को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म मुहैया कराने के दोहरे उद्देश्य से रांची में 29-30 नवंबर को दो दिवसीय ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट में दस हजार किसानों व प्रतिनिधियों को जुटाने की तैयारी की गई है। शुक्रवार को कृषि सचिव पूजा सिंघल और उद्योग सचिव विनय कुमार चौबे ने समिट के ब्रोशर और वेबसाइट की लांचिंग की। समिट का आयोजन कृषि और उद्योग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। उद्योग सचिव विनय चौबे ने बताया कि गत वर्ष फरवरी में रांची में मोमेंटम झारखंड का आयोजन किया गया था, इसके बाद माइनिंग शो, स्किल समिट व अन्य आयोजन किए गए।
ग्लोबल एग्रीकल्चर समिट भी उसी कड़ी का हिस्सा है। सरकार निवेशकों को 50 प्रतिशत तक देती है इंसेंटिव उन्होंने स्वीकारा कि इंडस्ट्री से जुड़े अन्य सेक्टर में जितना निवेश हुआ है उतना फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में नहीं हुआ। जबकि हमारी फूड और फीड पॉलिसी दुनिया में सबसे अच्छी है। झारखंड सरकार फूड प्रोसेसिंग में निवेश करने वाले निवेशकों को 50 प्रतिशत तक इंसेंटिव देती है। ब्याज में भी सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने कहा कि समिट के माध्यम से हमारी कोशिश होगी कि हम देश ही नहीं विदेशी निवेशकों को भी आकर्षित करें।
सभी जिलों में होगा रोड शो
पूजा सिंघल कृषि सचिव पूजा सिंघल ने बताया कि समिट के दौरान दो दिनों में छह सेक्टर पर सेमिनार होगा। राज्य के सभी 24 जिलों के लिए पवेलियन बनाया जाएगा। समिट में दस हजार किसान व प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह समिट किसानों की तकनीकी हस्तांतरण का भी एक बड़ा माध्यम होगा। समिट को लेकर राज्य के सभी जिलों में रोड शो का आयोजन किया जाएगा। मेगा फूड पार्क के लिए निवेशक तलाश रही राज्य सरकार राची के गेतलसूद पार्क के लिए राज्य सरकार ने निवेशकों की तलाश शुरू कर दी है। उद्योग सचिव विनय चौबे ने बताया कि मेगा फूड पार्क के प्रमोटर की असमय मृत्यु के कारण यह प्रोजेक्ट बंद हो गया था। बैंक ने इसे एनपीए की श्रेणी में डाला है। हमने बैंक से कहा है कि जल्द से जल्द सरफेसी एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए इसकी नीलामी की प्रक्रिया की जाए।