Move to Jagran APP

सीएम आवास के सामने पुलिस के मुखबिर की गोली मारकर हत्या; हाई सिक्यूरिटी जोन में सुरक्षा पर सवाल

मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास के सामने एसपीओ बुद्धू दास की तीन बाइक सवार अपराधियों ने गोल मारकर हत्या कर दी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 11:51 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 12:58 AM (IST)
सीएम आवास के सामने पुलिस के मुखबिर की गोली मारकर हत्या; हाई सिक्यूरिटी जोन में सुरक्षा पर सवाल
सीएम आवास के सामने पुलिस के मुखबिर की गोली मारकर हत्या; हाई सिक्यूरिटी जोन में सुरक्षा पर सवाल

रांची, जासं। मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास के सामने घात लगाए अपराधियों ने पुलिस के मुखबिर (एसपीओ) बुद्धू दास की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक पूर्व नक्सली रेशमी की बहन सुकरमणि देवी का पति है। घटना शुक्रवार की रात करीब आठ बजे की है। हाई सिक्यूरिटी जोन में सुरक्षा को धता बता पल्सर सवार तीन हथियारबंद अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है।

loksabha election banner

मृतक की पत्नी सुकरमणि देवी इन दिनों अपनी बहन रेशमी को आत्मसमर्पण के बाद समाहरणालय परिसर में मिला कैंटीन चलाती है। घटनास्थल के पास ही गोंदा थाना है। बाइक सवार तीनों अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद आराम से कांके की ओर निकल भागे। बुद्धू दास के दो भाइयों की कुछ साल पूर्व नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। उसके बाद से वह पुलिस के लिए काम करने लगा था।

बताया गया कि पति-पत्नी समाहरणालय परिसर स्थित कैंटीन बंद करने के बाद स्कूटी से न्यू पुलिस केंद्र स्थित अपने आवास जा रहे थे। जब वे सीएम आवास के पास पहुंचे तो वहां तीन युवक खड़े नजर आए। दोनों को देखते ही एक युवक ने बुद्धू दास को सीने में सटाकर गोली मार दी। और पल्सर बाइक पर सवार होकर कांके की ओर निकल भागे।

गोली लगते ही बुद्धू दास सड़क पर गिर गया। पत्नी ने शोर मचाया तो आसपास के लोग एकत्रित हुए। आनन-फानन में उसे रिम्स ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बुद्धू बुंडू के बारोहातु का रहने वाला था। गोली लगने की सूचना मिलने के बाद गोंदा थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार द्विवेदी मौके पर पहुंचे। सीएम आवास के सामने हत्या की सूचना मिलने के बाद एसएसपी अनीश गुप्ता, सिटी एसपी अमन कुमार समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जांच-पड़ताल की।

एसएसपी ने कहा-अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन : एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि मृतक बुद्धू दास पूर्व में राची पुलिस के लिए एसपीओ का काम करता था।

दो भाइयों की हत्या के बाद बुद्धू पुलिस से जुड़ा था। एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस की कई टीमें संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

सरेंडर के बाद मिला था कैंटीन : बुद्धू दास की पत्नी सुकरमणि देवी की बहन रेशमी नक्सली संगठन पीएलएफआइ के लिए काम करती थी। वह संगठन के महिला कैडर में शामिल थी। छह वर्ष पूर्व रेशमी ने तत्कालीन एसएसपी प्रवीण सिंह के समक्ष सरेंडर किया था। सरेंडर के बाद राची एसएसपी कार्यालय में ही ग्राउंड फ्लोर में कैंटीन खोला था। जिसे बाद में अपनी बहन सुकरमणि को जीवन यापन के लिए दे दिया।

सुकरमणि ने की अपराधियों की पहचान : बुद्धू को गोली मारने आए तीन अपराधियों में से एक ही पहचान पत्नी सुकरमणि ने कर ली है। उसने बताया कि बबलू कुम्हार नामक अपराधी ने अन्य लोगों के साथ मिलकर गोली मारी है। बबलू बुंडू का ही रहने वाला है।

छह लाख की सुपारी देकर कराई हत्या : पुलिस को प्रारंभिक जांच में जानकारी मिली है कि छह लाख की सुपारी लेकर बबलू के साथ आए लोगों ने घटना में सहयोग किया। एसएसपी ने बताया कि एक दिन पूर्व मृतक बुद्धू तमाड़ इलाके के पुंडिदीरी गया था। वहां से अपने दोस्त टून्नू खान के साथ वह बूंडू थाने भी गया था। बूंडू थानाध्यक्ष संचमान तमांग ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस को आशंका है कि टून्नू खान भी बुद्धू की हत्या में शामिल है।

बस स्टैंड को लेकर चल रहा था विवाद : मृतक की पत्‍‌नी सुकरमणि ने बताया कि बुंडू बस स्टैंड को लेकर कई लोगों से विवाद चल रहा था। तत्कालीन एसएसपी के निर्देश पर रोजगार के लिए बुंडू में स्टैंड मिला था।

बबलू समेत कुछ लोग उस पर कब्जा करना चाहते थे, इसी को लेकर अदावत चली आ रही थी। इसी विवाद में बुद्धू की गोली मारकर हत्या की गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.