लालू को मिली शांति; रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट-अब कुत्ते नहीं करेंगे तंग
जेल प्रशासन से पत्र मिलने के बाद आखिरकार राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया है।
रांची, जागरण संवाददाता। आखिरकार राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के आग्रह को जेल प्रशासन ने स्वीकार कर रिम्स के पेइंग वार्ड में जाने की अनुमति दे दी है। इसके बाद बुधवार रात 7.45 बजे लालू को पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया। कमरा संख्या ग्यारह में उन्हें भर्ती कराया गया। खर्च का वहन लालू के करीबी भोला प्रसाद उठाएंगे। जानकारी हो कि कुत्तों के भौंकने की आवाज, मच्छर और बाथरूम से बदबू का हवाला देते हुए लालू प्रसाद ने खुद को पेइंग वार्ड में शिफ्ट करने के लिए रिम्स प्रबंधन को पत्र लिखा था। उनका कहना था कि इन सभी कारणों से उन्हें रात में सोने में परेशानी होती है। 100 बेडेड पेइंग वार्ड वातानुकूलित है। हाल ही में इसका उद्घाटन किया गया था।
दूसरी तरफ लालू के स्वास्थ्य को देखते हुए चिकित्सकों ने एंटीबायोटिक दवा देनी शुरू कर दी है। लालू को पैर में घाव और ब्लड संक्रमण को देखते हुए दवा देनी शुरू की गया। क्योंकि लालू का टीएलसी 12600 है, जो काफी ज्यादा है। 11000 से ज्यादा टीएलसी नहीं होना चाहिए। अन्यथा भविष्य में सेप्टिसिमिया की समस्या होने की आशंका बढ़ सकती है। वहीं, डायटीबिटीज के लिए लालू को इंसुलिन दिया जा रहा है और ब्लड प्रेशर वर्तमान में सामान्य है। ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव से हैं परेशान : लालू प्रसाद यादव ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव से परेशान हैं। उनका इलाज कर रहे मेडिसिन विभाग के डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि उनका ब्लड शुगर 252 तक पहुंच गया था।
ऐसे में शुगर कंट्रोल के लिए उन्हें तीन यूनिट इंसुलिन का डोज बढ़ाकर दिया गया। वहीं आगे ईसीजी कराने के लिए एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई से सलाह ली जा रही है। हाईकोर्ट ने लालू को इलाज को लेकर एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट से बराबर संपर्क में रहने देने का भी निर्देश दिया है। सोमवार तक लालू प्रसाद के रक्त में संक्त्रमण की भी शिकायत थी। इसे लेकर भी चिकित्सकों द्वारा बराबर दवाएं दी जा रही हैं, ताकि कोई समस्या नहीं हो। रिम्स डायरेक्टर डॉ. आरके श्रीवास्तव ने कहा कि लालू के पेइंग वार्ड में जाने का फैसला जेल प्रशासन ने ले लिया है, इसके बाद उन्हें वार्ड में भेज दिया गया।