लालू को ब्लड शुगर का उतार-चढ़ाव कर रहा परेशान, ईसीजी कराने के लिए मांगी गई सलाह
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव से परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, रांची। चारा घोटाले के मामले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव से परेशान हैं। वह राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के कार्डियोलॉजी विंग में भर्ती हैं। उनका इलाज कर रहे मेडिसिन विभाग के डॉ. उमेश प्रसाद ने बताया कि सोमवार की रात में उनका ब्लड शुगर 252 तक पहुंच गया था। ऐसे में शुगर कंट्रोल के लिए उन्हें तीन यूनिट इंसुलिन का डोज बढ़ाकर दिया गया। वहीं आगे ईसीजी कराने के लिए एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई से सलाह लेने के लिए पत्र लिखा गया है।
हाईकोर्ट ने लालू को इलाज को लेकर एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट से बराबर संपर्क में रहने देने का भी निर्देश दिया है।सोमवार तक लालू प्रसाद के रक्त में संक्रमण की भी शिकायत थी। इसे लेकर भी चिकित्सकों द्वारा बराबर दवाएं दी जा रही हैं, ताकि कोई समस्या नहीं हो। वहीं, रिम्स प्रबंधन ने पेइंग वार्ड के लिए जेल प्रशासन को पत्र लिखा है। रिम्स डायरेक्टर डॉ. आरके श्रीवास्तव ने कहा कि फिलहाल मेडिकल रिपोर्ट नहीं आई है।
लालू के पेइंग वार्ड में जाने का फैसला लेगा जेल प्रशासन
चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पेइंग वार्ड में जाने का फैसला अब जेल प्रशासन लेगा। रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस) प्रबंधन ने लालू की इस मांग को जेल प्रशासन को भेज दिया है और उनके दिशानिर्देश का इंतजार कर रहा है। अगर जेल प्रशासन इसकी अनुमति दे देता है, तो लालू को पेइंग वार्ड में एक कमरा मिल जाएगा। वर्तमान में एक हजार रुपये प्रतिदिन पेइंग वार्ड का शुल्क है। वार्ड का कमरा पूरी तरह से वातानुकूलित है। पेइंग वार्ड में इलाज करने के लिए वार्ड के ही डॉक्टर को जाना पड़ता है।
वहीं, रिम्स परिसर में कुत्तों के भौंके जाने की शिकायत पर रिम्स प्रबंधन ने कदम उठाते हुए सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी कुत्तों को भगाए जाने को लेकर लगाई है, ताकि लालू की नींद में कोई खलल न पड़े। दूसरी तरफ लालू के शुगर लेवल में गिरावट दर्ज हुई है। रविवार तक फास्टिंग में ब्लड शुगर 189 था, जो घटकर 154 हो गया है। लालू का ब्लड प्रेशर सामान्य है। लेकिन, ब्लड में संक्रमण अब भी कम नहीं हुआ है। इसे लेकर डॉक्टरों द्वारा दवाइयां दी जा रही हैं, ताकि किसी भी तरह की समस्या न हो। साथ ही, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए लालू को इंसुलिन दिया जा रहा है।