जलजमाव से टापू में तब्दील हुआ यमुनानगर का बढ़ई मोहल्ला
रास्ते पर जलजमाव के कारण लोगों को गुजरने में भी परेशानी होती है, घरों में भी पानी घुसने लगा है
जागरण संवाददाता, रांची : वार्ड-34 का यमुना नगर स्थित बढ़ी मोहल्ला जलजमाव के कारण टापू में तब्दील हो गया है। रोजमर्रा का जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों को कमर भर पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। जबकि 10-12 घर पूरी तरह जलजमाव से घिरे हैं। घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। घरों के अंदर भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। सिर्फ यही नहीं जलजमाव के कारण पानी से दुर्गध आ रहा है। हालात ऐसे ही रहे तो महामारी भी फैल सकती है। रांची नगर निगम भी जलजमाव की समस्या का समाधान करने में विफल है। राजनीतिक दल भी इस क्षेत्र का मुआयना कर वोट की राजनीति करने से भी पीछे नहीं हैं। जबकि समस्या जस की तस बनी हुई है।
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तीन वर्षो से लगातार हो रहा जलजमाव
स्थानीय पार्षद विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पिछले तीन वर्षो से बारिश के मौसम में यह स्थिति लगातार जारी है। पिछले वर्ष स्थानीय लोगों ने विधायक नवीन जायसवाल के लापता होने का पोस्टर लगाया था, तो विधायक भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर आए थे। विधायक की पहल पर रांची नगर निगम के अभियंत्रण शाखा ने नाली निर्माण के लिए स्थल का चयन भी किया था। 1000-1200 फीट लंबी नाली निर्माण के लिए टेंडर भी हुआ। 200-300 फीट नाली का निर्माण भी कराया गया है। फिलहाल बारिश के कारण नाली निर्माण का काम बंद कर दिया गया है। फिलहाल नगर विकास मंत्री भी शहर में नहीं हैं। यदि वे रहते तो मैं उन्हें भी यह बताता कि रांची नगर निगम क्या कर रहा है। स्थानीय लोग पिछले तीन वर्षो से नारकीय जीवन जीने पर विवश हैं।
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आप योजना दीजिए, मैं बना दूंगा एस्टिमेट
पार्षद ने बताया कि मंगलवार को नगर निगम के कार्यपालक अभियंता ने भी इस स्थल का मुआयना किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि खेत में नाली का निर्माण नहीं हो सकता। फिर भी आप योजना बनाकर दीजिए। मैं एस्टिमेट बना दूंगा। पैसे की व्यवस्था आप कराइए।
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नाली निर्माण से नहीं होगा समाधान पार्षद ने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए नाली निर्माण कराने से कुछ नहीं होगा। यह क्षेत्र निचले हिस्से में स्थित है। बारिश के मौसम में बजरा, हेहल, पहाड़ टोली व मुड़ला पहाड़ से बारिश का पानी तेज आवेग के साथ इस क्षेत्र में पहुंचता है। बेतरतीब ढंग से घरों का निर्माण कराए जाने के कारण पानी की निकासी भी संभव नहीं है। इस क्षेत्र में जलजमाव की समस्या के समाधान के लिए बड़ी योजना तैयार करने की जरूरत है।