झारखंड की राजनीति में अब पंफलेट-पोस्टर वार, हाईटेक और परंपरागत माध्यमों से छिड़ेगा प्रचार युद्ध
हाईटेक के साथ ही परंपरागत चुनाव प्रचार पर कांग्रेस जोर दे रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। प्रचार के नित नए माध्यमों के बीच परंपरागत हथियार अभी कुंद नहीं पड़े हैं। झारखंड की राजनीति में हाशिये पर चल रही कांग्रेस ने इन्हें नए सिरे से आजमाने की तैयारी की है। हालांकि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भाजपा के हाईटेक प्रचार अभियान के मुकाबले को झारखंड प्रदेश कांग्रेस की आइटी सेल है।
लेकिन इससे इतर कोशिश पंपलेट-पोस्टर वार शुरू करने की है। रणनीतिक तौर पर इसमें कितनी कामयाबी मिलेगी, यह अनुमान लगाना कठिन है लेकिन मुद्रित शब्दों के जरिए अपनी बातें निचले स्तर तक सुदूर गांवों में पहुंचाने के लिए कांग्रेस बड़े पैमाने पर पंपलेट छपवाएगी।
इसमें हालिया राफेल डील को लेकर पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार को घेरेगी। इसके अलावा राज्य सरकार के नीतिगत फैसले भी कठघरे में खड़ा करने की योजना है। तैयारी इस स्तर पर की जा रही है कि एक साथ सभी जिलों में पंपलेट जारी कर बड़े पैमाने पर बांटा जाए। इसके लिए पार्टी कैडर की मदद ली जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने सभी इकाईयों को ताकीद की है कि इस अभियान को गंभीरता से लें। निर्देशानुसार पंपलेट का प्रकाशन और वितरण सुनिश्चित करें। इसके लिए समय-समय पर उन्हें सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर के मुताबिक प्रचार के तमाम माध्यमों का उपयोग पार्टी करेगी।
इस संदर्भ में निर्देश दिया जा रहा है। उसी के मुताबिक हर स्तर पर कार्य को अंजाम देना है। पार्टी के कार्यकर्ता केंद्र व राज्य सरकार की नाकामियों को जनता के समक्ष उजागर करेंगे। उनका दावा है कि भाजपा के छद्म प्रचार अभियान का मुकाबला भी इसी रणनीति का हिस्सा है ताकि लोगों तक सच्चाई पहुंच सके।
तेज होगा नेताओं का दौरा : कांग्रेस ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए संगठनात्मक स्तर पर सक्रियता तेज की है। ज्यादातर अग्रिम संगठनों के प्रमुख पद भरे जा चुके हैं। इसी मुताबिक उन्हें काम भी सौंपा गया है। खुद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार इसकी मानीट¨रग कर रहे हैं।
डॉ. अजय लगातार राज्य में समय दे रहे हैं। उनकी रणनीति बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को खड़ा करने की है। इस कड़ी में अपने विश्वस्त नेताओं को उन्होंने टास्क सौंपा है। वे लगातार इस बाबत फीडबैक भी ले रहे हैं।