झारखंड में शराब तस्करी की झूठी कहानी रचने में हटाए गए तीन थानेदार
शराब तस्करी की झूठी कहानी गढ़ने के मामले में तीन थानेदार कार्रवाई की जद में आए हैं।
रांची, जागरण संवाददाता। प्रशंसा बटोरने के चक्कर में झारखंड से बिहार तक शराब तस्करी की झूठी कहानी रचने में शामिल रहे तीन थानेदारों को हटा दिया गया है। इनमें धुर्वा थानेदार तालकेश्वर राम, तुपुदाना थानेदार प्रकाश कुमार और डोरंडा थानेदार आबिद खान शामिल हैं। तीनों को लाइन हाजिर करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हालांकि इस पूरी कहानी के रचयिता हटिया डीएसपी विनोद रवानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। एसएसपी की मानें तो डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार सरकार को है। वे केवल मुख्यालय के माध्यम से सरकार को रिपोर्ट कर सकते हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। हालांकि एसएसपी ने कहा है कि पूरे प्रकरण की जांच के बाद डीएसपी के खिलाफ मुख्यालय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
शराब तस्करी प्रकरण की सुपरविजन की जिम्मेवारी सिटी एसपी अमन कुमार को दी गई है। वहीं, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय केस के अनुसंधानकर्ता होंगे। संबंधित थानों से हटाए गए थानों में नए थानेदारों की पोस्टिंग भी की गई है। इससे संबंधित आदेश रांची रेज के डीआइजी एवी होमकर के निर्देश पर एसएसपी ने जारी कर दिया है। वहीं मामले की गहनता से जांच चल रही है।
कौन कहां बने थानेदार : साइबर सेल में पदस्थापित इंस्पेक्टर रमेश कुमार सिंह डोरंडा थाना प्रभारी, पुलिस लाइन में पदस्थापित इंस्पेक्टर राजीव कुमार धुर्वा थानेदार बनाए गए, वहीं सबइंस्पेक्टर तारीक अनवर को तुपुदाना ओपी प्रभारी बनाया गया है। वे खेलगांव ओपी में पदस्थापित थे। उनकी जगह लोअर बाजार थाने में पदस्थापित मोहन कुमार को थाना प्रभारी बनाया गया है। हटाए गए थानेदारों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है।
कार उठाकर रख दी थी शराब : हटिया डीएसपी के नेतृत्व में शराब तस्करी की झूठी कहानी रचकर दो युवकों को चोरी की गाड़ियों में शराब के साथ रंगे हाथ गिरफ्तारी दिखाकर 31 अगस्त को जेल भेज दिया गया था। इसमें हटिया डीएसपी विनोद रवानी ने अधिकारियों को सूचना दी थी कि एक सफारी और एक मारुति कार से दो शराब तस्कर पकड़े गए हैं। दावा किया गया कि धुर्वा स्थित शालीमार मार्केट से बिहार के लिए चली गाड़ियां जब्त की गई हैं। इसके विपरीत दोनों गाड़ियां डोरंडा के पत्थल रोड के बगल में एक घर के सामने से उठाई गई थीं। पुलिस इसे क्रेन से उठवाकर चुपचाप ले गई थी। इस मामले में दो निर्दोषों को भी जेल भेज दिया गया है।