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रांची बनी वृंदावन, कान्हा ने फोड़ी मटकी

रांची : उल्लास, उमंग और उत्साह से सराबोर था अलबर्ट एक्का चौक। रविवार की शाम से ही चौक गु

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Sep 2018 08:13 AM (IST)Updated: Mon, 03 Sep 2018 08:13 AM (IST)
रांची बनी वृंदावन, कान्हा ने फोड़ी मटकी
रांची बनी वृंदावन, कान्हा ने फोड़ी मटकी

रांची : उल्लास, उमंग और उत्साह से सराबोर था अलबर्ट एक्का चौक। रविवार की शाम से ही चौक गुलजार हो गया था। चारों तरफ बस कान्हा के गीत, कान्हा के भजन गूंज रहे थे। कानफोड़ू संगीत लोग झूम रहे थे। हाथी घोड़ा पालकी, जै कन्हैया लाल की..गोविंदा आला रे, आला रे..। बनारस के पुनीत पागल युवाओं को पागल बना रहे थे। बनारस की मस्ती पूरी तरह छलक रही थी। काली कमली वाले तेरा यार है..तो इलाहाबाद की जूली सिंह मच गया शोर..गाकर युवाओं का जोश बढ़ा रही थीं। कोलकाता के कलाकार नृत्य पेश कर रहे थे। महिलाओं का उत्साह तो अलग था। हर हाथ में मोबाइल मंच की ओर थे। मोबाइल का कैमरा चमक रहा था। जब दही की हांडी फूट रही थी चारों तरफ बस मोबाइल की फ्लैशलाइट चमक रही थी। तीन बड़ी-बड़ी एलइडी स्क्रीनों पर लोग टकटकी लगाए देख रहे थे। अलबर्ट एक्का चौक से लेकर सर्जना चौक तक ठसाठस भीड़ थी।

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42 सेकेंड में जीत लिए 41 हजार

दही-हांडी प्रतियोगिता की शुरुआत महिला टीम से हुई। तीन महिला टीम ने भाग लिया और पुरुष टीम पर भारी रहीं। इनके लिए 15 फीट पर दही हांडी बांधी गई थी। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा की टीम सबसे पहले आई और देखते ही देखते महज 42 सेकेंड में मटकी फोड़ दी। अब दूसरी टीम की बारी थी। बुसू महिला टीम आई और इसने भी करामात दिखाया और 51 का समय लेकर हांडी फोड़ दी। अब तीसरी और अंतिम टीम की बारी थी। इंडिजीनस पीपुल्स वेलफेयर सोसायटी की। इसकी टीम भी मटकी तक पहुंच गई। नारियल हाथ में लिया, लेकिन नारियल हाथ से छूट गया..। बावजूद इस टीम को भी विजेता घोषित किया गया। प्रथम को 41 हजार व शरद पोद्दार स्मृति शील्ड प्रदान किया गया। दूसरे को 21 हजार और तीसरी टीम को दस हजार रुपये का नकद पुरस्कार अतिथियों ने प्रदान किया।

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विजेता महिला टीम

प्रथम : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा

द्वितीय : बुसू महिला टीम

तृतीय : इंडीजिनस पीपुल्स वेलफेयर सोसाइटी

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मटकी फोड़ किया शुभारंभ

मंच पर भी दही-हाडी बांधी गई थी। प्रतियोगिता का शुभारंभ अतिथियों ने सामूहिक तौर पर मटकी फोड़ कर किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, राज्य के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, डीजीपी डीके पाडेय व मंत्री रामचंद्र चद्रवंशी, आरआरडीए अध्यक्ष परमा सिंह, पद्मश्री मुकुंद नायक, समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष उषा पाडेय ने नारियल से मटकी फोड़ी। इसके बाद दही-हाडी प्रतियोगिता शुरू हुई। हांडी की दही सुधीर त्रिपाठी की बाहों तक फैल गया। बहुत मजेदार दृश्य था। तालियों से पूरा माहौल गूंज उठा। कार्यक्रम में विधायक नवीन जायसवाल, उपमेयर संजीव विजयवर्गीय, छवि विरमानी, रांची सांसद रामटहल चौधरी आदि मौजूद थे।

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दिलकश को मिला बंपर पुरस्कार

सज्जाद रिजवी के बेटे दिलकश को बंपर पुरस्कार अतिथियों ने दिया। शनिवार को मां नाजिया अपने बेटे को कान्हा बनाकर ले आई थीं।

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इनका रहा योगदान संरक्षक अजय मारू, अध्यक्ष संजय सेठ, मुकेश काबरा, राम बागड़, रामाशकर बगड़िया, मनोज तिवारी, लल्लन श्रीवास्तव, संजय जायसवाल, कमलजीत सिंह संटी, कुणाल अजमानी, राज वर्मा, संजीव कुमार साहू, सतीश सिन्हा, विजय यादव, नीरज कुमार, विपिन वर्मा, राजेश चौधरी, मनोज बजाज, पूनम आनंद, स्व शरद पोद्दार की पत्‍‌नी गीता पोद्दार सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे। संचालन समिति के महासचिव मनोज काबरा और अजय मारू कर रहे थे।

---------- ऊंचाई हुई कम तो फूटी मटकी

पुरुष गोविंदाओं में अटल बिहारी वाजपेयी संघ, नेशनल इंस्टीच्यूट आफ योगा, भक्त महाकाल, बजरंग दल, मांडर, वुसु टीम व बुल्स टीम थीं। सबसे पहले नेशनल इंस्टीच्यूट आफ योगा टीम आई, लेकिन पांच मिनट बेकार गया। यह टीम सफल नहीं हो सकी। इसके बाद बुल्स की टीम आई। इसने भी चार बार कोशिश की, लेकिन नाकाम। फिर अटल बिहारी संघ ने भी दो बार नाकाम कोशिश की। भक्त महाकाल ने भी दो बार कोशिश की। बुसू का भी यही हाल रहा। टीम तास के पत्तों की तरह भरभराकर गिर जा रही थी। कोई 20 फीट की ऊंचाई को छू नहीं पा रहा था। दर्शक भी उत्साहित थे। अरे रे रे रे गिरा, गिरा गिरा और ये लो.गिर गया। अब भी छह टीमें असफल रहीं तो फिर मटकी की ऊंचाई बीस से 16 फीट कर दी गई। इसके बाद तो इनका करामात देखने लायक था। बजरंग दल मांडर की टीम ने मात्र बीस सेकेंड में ही मटकी फोड़ दी। इसके बाद बुल्स की टीम भी पीछे नहीं रही। इसने 26 सेकेंड लिया और पिछली बार की चैंपियन रही टीम नेशनल इंस्टीच्यूट आफ योग ने 28 सेकेंड लेकर तीसरे स्थान पर रही। इनके अलावा महावीर मंडल, मोरहाबादी व भक्त महाकाल को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इन दोनों टीमों ने 29-29 सेकेंड में मटकी फोड़ी। इन्हें दस-दस हजार रुपये प्रदान किए।

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प्रथम पुरस्कार : बजरंग दल मांडर, 71000 दिया गया। स्व शरद पोद्दार की स्मृति में शील्ड भी।

द्वितीय : बुल्स, 31 हजार

तृतीय : नेशनल इंस्टीच्यूट आफ योग, 21 हजार रुपये।


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