लालू के ब्लड में बढ़ा इंफेक्शन, हीमोग्लोबिन भी कम; शुगर बढ़ते ही इंसुलिन बदला
लालू प्रसाद का हीमोग्लोबिन भी कम है। 10.6 हीमोग्लोबिन है। दूसरी तरफ उनका मधुमेह भी बढ़ा हुआ था। खाने से पहले 135 है और खाने के बाद 196 है।
रांची, जागरण संवाददाता। चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को ब्लड में इंफेक्शन हो गया है। क्योंकि उनका टीएलसी बढ़ा हुआ है। शनिवार को आई रिपोर्ट में उनका टीएलसी 12600 है, जबकि यह 11000 रहना चाहिए। अगर टीएलसी को कंट्रोल नहीं किया गया तो उन्हें सेप्टिसिमिया भी हो सकता है क्योंकि उनको शुगर बढ़ा हुआ है। शुगर की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है। मेडिसिन विभाग के डॉ. उमेश प्रसाद, सर्जरी विभाग के डॉ. आरजी बाखला और डॉ. प्रकाश कुमार ने लालू के स्वास्थ्य की जांच की।
लालू प्रसाद का हीमोग्लोबिन भी कम है। 10.6 हीमोग्लोबिन है। दूसरी तरफ उनका मधुमेह भी बढ़ा हुआ था। खाने से पहले 135 है और खाने के बाद 196 है। फिलहाल चिकित्सकों ने उनके इंसुलिन को बदला है, ताकि ब्लड शुगर कंट्रोल हो सके। सीरम क्रिटनीन 1.4 है। जबकि ब्लड प्रेशर सामान्य है। वहीं, कार्डियोलॉजी विभाग के चिकित्सकों को इसीजी और इको करना है। चिकित्सकों को भी इसीजी और इको की जांच का इंतजार है, ताकि इलाज संबंधित प्रक्रिया शुरू हो सके। इससे पहले चारा घोटाला के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को गुरुवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में सरेंडर करने के बाद जेल भेज दिया गया था। जहां से इलाज के लिए उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया। शुक्रवार को रिम्स के विभागाध्यक्षों ने लालू की गहन जाच की थी। अब मेडिकल रिपोर्ट मिलने के बाद नए सिरे से उनका यहा इलाज शुरू हो गया है।
इस बीच, लालू के लिए रिम्स में तीसरा दिन सामान्य रहा। मेडिसीन विभाग के डॉ. उमेश प्रसाद, डॉ. डीके झा सहित अन्य चिकित्सकों ने उनसे उनकी सेहत का हाल जाना। चिकित्सकों ने बताया कि चूंकि लालू प्रसाद अस्पताल कुछ दिनों के अंतराल के बाद आए हैं, इसलिए उनकी वर्तमान स्थिति जानने के लिए उन पर लगातार नजर रखी जा रही है। बीते दिन लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी अपने पिता से मिलने के लिए रिम्स पहुंचे थे। वह यहा करीब दो घटे तक रहे, कहा कि उनके पिता की तबीयत काफी खराब है।