जल, जंगल व जमीन दूसरों के लिए नारा हमारे लिए अमानत: रघुवर
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैंने गरीबी की वेदना सही है। गरीब का कष्ट जानता हूं। मैं आज भी सीएम हूं, कल भी सीएम रहूंगा।
राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जल, जंगल जमीन का नारा देने वाले राजनीतिक दलों को निशाने पर लिया है। शनिवार को सीआइआइ के ट्राइबल डवलपमेंट मीट में उन्होंने स्पष्ट कहा कि जल, जंगल, जमीन दूसरों के लिए नारा होगा, दूसरे के लिए गुमराह करने का षडयंत्र होगा लेकिन ये हमारे लिए अमानत है। हमें इसे बचाना है। विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पक्ष कभी विकास की बात नहीं करता। जमीन की बात करता है। किसकी हिम्मत है जो आदिवासी की जमीन छीन लेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में कुछ लोग केवल नकारात्मक बात करते हैं। नकारात्मक बातें करने से प्रसिद्धि मिल सकती है, सिद्धि नहीं। सिद्धि पाने के लिए मेहनत करनी होगी, गरीब का भला करना होगा। हमारी सरकार गरीब, आदिवासियों, महिलाओं की सरकार है। झारखंड के लिए विकास के लिए लघु उद्योगों का जाल बिछाने का काम हमारी सरकार कर रही है। हमारा लक्ष्य है कि यहा के लोगों को यहीं रोजगार मिले। पलायन मुक्तझारखंड बने। सीएम ने कहा कि कुछ लोग आदिवासियों को कुएं के मेढक की तरह रखना चाहते हैं ताकि वो सिर्फ कुएं के आसपास ही रह सके। ऐसे लोग 70 साल से आदिवासियों को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं।
अब आदिवासियों के नाम पर चल रही राजनीति हम चलने नहीं देंगे। अब सिर्फ विकास की राजनीति होगी। अब आदिवासी विकास के तरफ बढ़ रहें हैं। आदिवासियों उद्योगपतियों को सरकार बढ़ावा दे रही है। आगे बढ़ने के लिए हमे दूरदर्शी नीति बनानी होगी ताकि हम योजनाबद्ध तरीके से काम कर सकें। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार बर्णवाल, उद्योग सचिव विनय कुमार चौबे, पद्मश्री मुकुंद नायक, ट्राइबल इंडियन चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष खेलाराम मुर्मू, दलित इंडियन चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष राजेंद्र जिवासिया समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
मैं आज भी सीएम, कल भी सीएम रहूंगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने गरीबी की वेदना सही है। गरीब का कष्ट जानता हूं। मैं आज भी सीएम हूं, कल भी सीएम रहूंगा। सीएम से मेरा मतलब है कॉमन मैन। मै कॉमन मैन था, हूं और रहूंगा।
तीन माह में 21 हजार शिक्षकों की नियुक्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले तीन माह में 21 हजार शिक्षकों की नियुक्तिकी जाएगी। राज्य सरकार रेडी टू ईट से 15 हजार महिलाओं को जोड़ेगी। टेक्सटाइल उद्योग से आने वाले तीन से चार माह में 25-30 हजार लोगों को जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि राज्य सरकार 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर एक लाख लोगों को रोजगार देगी।
आदिवासी उद्यमियों के लिए उद्योग नीति में विशेष छूट का प्रावधान : विनय चौबे
उद्योग सचिव विनय कुमार चौबे ने कहा कि झारखंड सरकार की उद्योग नीति में अनुसूचित जाति और जनजाति के उद्यमियों के लिए अनुदान का प्रावधान है। कहा, आम उद्यमी को उद्योग नीति के तहत 20 फीसद का अनुदान मिलता है जबकि इस समुदाय से आने वाले उद्यमियों को 25 फीसद का। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उद्यमी बोर्ड का गठन किया है ताकि गांव के लोगों गांव में ही स्वरोजगार कर सकें।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में पहले पायदान पर पहुंचा झारखंड : सुनील बर्णवाल
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील बर्णवाल ने कहा कि तीन साल पूर्व ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में झारखंड 27 वें पायदान पर था, आज 100 प्रतिशत अंकलाकर पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि क्रय नीति के तहत सरकार ने प्रावधान किया है कि हम पहले अपने उद्यमी से क्रय करेंगे।