संवादहीनता ने बढ़ाई सरकार और जनता के बीच दूरी
राज्य ब्यूरो, रांची : झाविमो के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने कहा है कि खुद को देश और संविधान से ऊपर
राज्य ब्यूरो, रांची : झाविमो के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने कहा है कि खुद को देश और संविधान से ऊपर मानने वालों का झाविमो कतई समर्थन नहीं करता। इससे इतर यह कहना कि संवादहीनता ने सरकार और जनता के बीच दूरी बढ़ाने का काम किया है तो गलत नहीं होगा। खूंटी इसका ताजा उदाहरण है। अगर पत्थलगड़ी के समर्थक सरकारी अफसरों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है तो सरकार को उनके साथ सकारात्मक वार्ता करनी चाहिए।
गड़बडि़यों की जड़ तलाशनी चाहिए। अगर वहां के लोगों को सरकार पर भरोसा नहीं तो उसे अन्य राजनैतिक दलों और सामाजिक संगठनों से संपर्क साधना चाहिए था। बिना जांच के किसी समुदाय पा आरोप लगाना कतई सही नहीं है। वे शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब थे। मौके पर महासचिव बंधु तिर्की भी मौजूद थे।
प्रोन्नति सहित छह मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षकों ने दिया धरना :
झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर प्रोन्नति सहित छह मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षकों ने शुक्रवार को राजभवन का समक्ष धरना दिया। निर्धारित कार्यक्रम के तहत शिक्षक जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम के पास जमा होकर मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरना देने जुलूस के शक्ल में जा रहे थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें राजभवन के पास ही रोक लिया। इसके बाद शिक्षक वहीं धरने पर बैठ गए।
इस मौके पर हुई सभा को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बावजूद राज्य सरकार अनुकंपा पर नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से प्रोन्नति नहीं दी रही है। संघ ने राज्य सरकार के उस आदेश को भी वापस लेने की मांग की है जिसमें निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों (डीडीओ) की संख्या कम करने के लिए इसकी जवाबदेही डीईओ और डीएसई को देने की बात कही गई है।
संघ का कहना था कि शिक्षकों की वेतन निकासी का अधिकार डीएसई कार्यालय को देने से भ्रष्टाचार का बोलबाला हो जाएगा। शिक्षकों को भी अपने वेतन के लिए वहां का चक्कर लगाना पड़ेगा। संघ ने पूर्व की ही व्यवस्था बहाल रखने की मांग की। शिक्षकों ने कॉमर्स विषय से नियुक्त शिक्षकों की समस्या भी उठाई। देर शाम शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल की सीएमओ में अधिकारियों के साथ वार्ता कराई गई।
वहां शिक्षकों को आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। इसके बाद संघ ने अपना धरना कार्यक्रम स्थगित कर दिया। संघ ने यह भी चेतावनी दी है कि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होती है तो शिक्षक सचिवालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे। प्रतिनिधिमंडल में राजेंद्र शुक्ला, निखिल मंडल, मैनेजर प्रसाद सिंह, वशिष्ट नारायण दूबे, संजीव तिवारी, रत्नेश नायक शामिल थे।