फोर्स नही मिलने के कारण जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया नही हुई पूरी
अपोलो अस्पताल निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया होनी थी शुरू।
जासं, रांची : डोरंडा स्थित घाघरा में चेन्नई अपोलो सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। शुक्रवार को जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया होनी थी लेकिन फोर्स नही मिलने के कारण जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी नही हुई।
एप्रोच पथ निर्माण के लिए 80 फीट चौड़ी जमीन को अधिग्रहित करने के लिए 23 जून को नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम ने माइकिंग कर संबंधित प्लॉट पर रह रहे लोगों को दो दिनों के अंदर जमीन खाली करने का निर्देश भी दिया था। 26 जून को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में जमीन पर कब्जा के लिए पुलिस दल-बल के साथ पहुंची भी। हालांकि ग्रामीणों के विरोध के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।
क्या है योजना :
27 जुलाई को नगर निगम व चेन्नई अपोलो प्रबंधन के बीच पीपीपी मोड पर अस्पताल निर्माण के लिए एकरारनामा किया गया था। एकरारनामा के तहत घाघरा में 2.81 एकड़ जमीन पर चेन्नई अपोलो प्रबंधन को दो वर्षो के अंदर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण करना था। हालांकि पहुंच पथ के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में ही एक वर्ष गुजर गए। फिर भी जमीन अधिग्रहण का काम पूरा नहीं हुआ।
- 11 सितंबर 2012 को निगम बोर्ड की बैठक में घाघरा में पीपीपी मोड पर अस्पताल निर्माण का निर्णय लिया गया था।
- एप्रोच रोड के लिए चिन्हि्त जमीन के अधिग्रहण के लिए नगर निगम ने जिला प्रशासन को 2016 में दिया था 2.50 करोड़ रुपये।
- सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण पर खर्च होंगे 125 करोड़।
- अस्पताल में होंगे 200 बेड।
- अस्पताल में बीपीएल के लिए 7.5 फीसद बेड रिजर्व होगा।
- अस्पताल में मेयर, डिप्टी मेयर व नगर निगम के कर्मचारियों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध होगी।
जिला भू-अर्जन कार्यालय को जमीन अधिग्रहण करने के लिए पैसे उपलब्ध कराए जा चुके हैं। जल्द ही विभाग के माध्यम से जमीन पर दखल-कब्जा किया जाएगा।
- डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि, नगर आयुक्त, रांची नगर निगम।