बूढ़ा पहाड़ पर मुठभेड़ में एक नक्सली ढेर, कई घायल
बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र की घेराबंदी कर सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस की गोली से एक नक्सली ढेर हो गया है, जबकि कई अन्य जख्मी हैं।
जेएनएन, रांची। भंडरिया थाना अंतर्गत बूढ़ा पहाड़ से लगे खपरी महुआ गांव के पास मंगलवार की देर शाम नक्सलियों के सिलसिलेवार लैंड माइंस विस्फोट में छह जवानों की शहादत के बाद पुलिस ने आक्रामक रुख अपनाया है। पूरे बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र की घेराबंदी कर सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस की गोली से एक नक्सली ढेर हो गया है, जबकि कई अन्य जख्मी हैं। मारे गए नक्सली के पास से एक इंसास राइफल भी मिली है। एडीजी ऑपरेशन आरके मल्लिक ने नक्सली के शव व हथियार बरामदगी की पुष्टि की है। अभियान एएसपी गढ़वा सदन कुमार ने पुलिस की कार्रवाई में कुछ नक्सलियों के घायल होने की भी जानकारी दी है।
सर्च अभियान में कोबरा सहित विभिन्न पुलिस बल के जवान लगाए गए हैं। इधर, विस्फोट में गंभीर रूप से घायल चार जवानों को बुधवार सुबह दस बजे बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रांची भेजा गया, जहां एक निजी अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है।
नक्सल हिंसा में शहीद जवानों का शव बुधवार की दोपहर इंडियन एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया था। सूत्रों की मानें तो माओवादियों ने घात लगाकर खपरी महुआ उत्क्रमित मध्य विद्यालय से करीब पचास मीटर की दूरी पर पोलपोल गांव के पहुंच पथ पर श्रृंखलाबद्ध विस्फोट कर जवानों को नुकसान पहुंचाया। घटना की सूचना मिलते ही मंगलवार कि रात से ही पलामू डीआइजी विपुल शुक्ला, गढ़वा एसपी शिवानी तिवारी, लातेहार एसपी प्रशांत आनंद, गढ़वा उपायुक्त नेहा अरोड़ा, सदर अस्पताल गढ़वा के डीएस डॉ. एनके रजक घटना स्थल पर पहुंच कर कैंप किए हुए हैं।
अभियान को और तेज करने का निर्देश
गढ़वा नक्सली घटना में शहीद हुए छह जवानों का पार्थिव शरीर बुधवार को रांची में टेंडर ग्राम स्थित झारखंड जगुआर कैंप लाया गया। जहां मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नम आंखों से शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम ने शहीद जवानों के परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग मर्माहत हैं। शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री ने डीजीपी डीके पांडेय से घटना की विस्तृत जानकारी ली और नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में और तेजी लाने का निर्देश दिया। श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद जवानों का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पूरे सम्मान के साथ भेजा गया।