खूंटी में बलात्कार पर फूटा अभाविप का गुस्सा
रांची : खूंटी में सामूहिक बलात्कार के दोषियों पर अविलंब कार्रवाई को लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय विद्
रांची : खूंटी में सामूहिक बलात्कार के दोषियों पर अविलंब कार्रवाई को लेकर मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने जिला स्कूल से राजभवन मार्च किया। मार्च प्रात सह मंत्री आशुतोष सिंह के नेतृत्व में निकाला गया। अभाविप के सैकड़ों सदस्य नारेबाजी करते हुए राजभवन के पास बैरिकेडिंग तोड़ आगे बढ़ने की कोशिश की। इस दौरान इनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। सदस्य सरकार से फादर अल्फासो को फासी और संदिग्ध मिशन स्कूलों को बंद करने की माग कर रहे थे।
सदस्यों का कहना था कि चर्च पत्थलगड़ी की आड़ में प्रायोजित संगठनों द्वारा जनजातीय लोगों का शोषण कर रहे हैं। अभाविप ने माग से संबंधित ज्ञापन राजभवन को सौंपा। मार्च में बड़ी संख्या में छात्राएं भी शामिल हुईं। मौके पर संगठन मंत्री बबन बैठा, विभाग संयोजक मोनू, जिला संयोजक विवेक कुमार, मंतोष कुमार, आकाश सिंह, प्रशात शेखर, आराधना कुमारी, मधु काटीवाल, दुर्गेश कुमार, नागमणि कुमार, सचिन कुमार, श्वेता कुमारी, खुशबू कुमारी, सोनू कुमारी, सीमा कुमारी ,अनुराधा कुमारी, अवधेश ठाकुर सहित सैकड़ों सदस्य थे।
चर्च और नक्सलियों की साजिश है राज्य को अस्थिर करना
प्रात संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि पत्थलगड़ी की आड़ में दुराचार स्वीकार नहीं है। चर्च और नक्सली राज्य को अस्थिर करने की साजिश कर रहे हैं। खूंटी की घटना सामान्य नहीं है। चर्च व नक्सली संगठन में क्या संबंध है। यदि पत्थलगड़ी का उद्देश्य दुराचार करना नहीं है तो ग्रामसभा कुकृत्य करने वाले संगठन पर कार्रवाई करे। अभाविप के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य अशोक मुंडा ने कहा कि खूंटी में चर्च की सच्चाई सबके सामने है। राज्य के सभी पादरियों का पूर्ण विवरण एकत्र किया जाए।