रिपोर्ट के आधार पर जल्द होगी कारवाई
राची विवि में उत्तरपुस्तिकाओं को बेचे जाने और बिना नियुक्ति पत्र के काम कर रहे एक व्यक्ति के बारे में जांच टीम द्वारा रिपोर्ट सौंप दी गई है, कुलपति ने आश्वासन दिया कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
रांची : राची विवि में उत्तरपुस्तिकाओं को बेचे जाने और बिना नियुक्ति पत्र के काम कर रहे एक बाहरी व्यक्ति के मामले में गठित जांच कमेटी ने रिपोर्ट दे दी है। कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि रिपोर्ट के आधार कार्रवाई शीघ्र की जाएगी। शुक्रवार को छात्र आजसू के सदस्य हरीश कुमार के नेतृत्व में वीसी से मिलकर परीक्षा नियंत्रक डॉ. आशीष कुमार झा को हटाने की मांग कर रहे थे। इन्होंने वीसी से कहा कि रिपोर्ट तैयार हो गई हो तो उस पर जल्द कार्रवाई हो।
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बेच दी गई थी वर्ष 2016 की उत्तरपुस्तिकाएं
राची विवि में वर्ष 2016 बैच की उत्तरपुस्तिकाएं तीन जून 2018 को बेच दी गई थी। इसकी सूचना मिलने के बाद वीसी डॉ. रमेश कुमार पाडेय के निर्देश पर उत्तरपुस्तिकाएं वापस की गई थी। इसके बाद जाच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। कमेटी में सोशल साइंस डीन डॉ. आइके चौधरी, प्रॉक्टर डॉ. दिवाकर मिंज व डीआर वन डॉ. प्रीतम कुमार हैं। इधर परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उत्तरपुस्तिकाएं वर्ष 2016 में हुई परीक्षा की है। साथ ही यह भी कहा उन्हें संवेदक के साथ करार खत्म होने की भी जानकारी नहीं थी। बाहरी व्यक्ति कर रहा था कार्य
रांची विवि के परीक्षा विभाग में गिरिधारी कुमार बीते नौ माह से बिना नियुक्ति पत्र के कार्य कर रहा था। गिरधारी का कहना था कि वह परीक्षा नियंत्रक के मौखिक आदेश पर कार्य रहा था। लेकिन परीक्षा नियंत्रक ने साफ कहा था कि गिरधारी को मैने कार्य पर नहीं रखा है। इसके बाद कुलपति ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी थी, जिसमें डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा, प्रॉक्टर डॉ. दिवाकर मिंज व डीआर टू डॉ. अजय लकड़ा थे।