कल्याणोत्सव शुरू, आज पालकी पर निकलेंगे वेंकटेश्वर
रांची : श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर, राची के एकादश वार्षिकोत्सव सह कल्याणोत्सव की शुरुआत शुक
रांची : श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर, राची के एकादश वार्षिकोत्सव सह कल्याणोत्सव की शुरुआत शुक्रवार को हो गई। शनिवार को भगवान वेंकटेश पालकी पर नगर भ्रमण करेंगे। शहर को आशीर्वाद और दर्शन देंगे। शुक्रवार की सुबह चार बजे जगत नियंता भगवान श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर का विश्वरूप दर्शन हुआ। इसके बाद भक्तों के अभीष्ट फलदाता भगवान श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर और जगत्जननी महालक्ष्मी का शास्त्रोक्त विधि से दही, दूध, शहद, हल्दी, नारियल पानी, चंदन और गंगाजल से अभिषेक किया गया। इसके बाद नए वस्त्र धारण कराए गए। सुगंधित फूलों से भव्य श्रृंगार किया गया। भगवान की नक्षत्र आरती, कुंभ आरती और घृत आरती की गई।
तिरूमंजन महाभिषेक के मुख्य यजमान रामअवतार शारदा नारसरिया थे। महाभिषेक का सारा अनुष्ठान काचीपुरम से आए मुख्य अर्चक वत्स भट्टर, कन्नन भट्टर, भरत भट्टर, मालु भट्टर, रंगराज भट्टर,आनंद भट्टर, गौतम भट्टर, सत्यानारायण गौतम, जगन्नाथ और गोपेश ने कराया। इस मौके पर रामानुजाचार्य श्रीस्वामी अनिरुद्धाचार्य महाराज, माधवाचार्य, गोविंदाचार्य मुकेश शास्त्री आदि उपस्थित थे। दिव्य हवन का आयोजन
दिव्य श्रीमद्भागवत कथा की समाप्ति पर नौ बजे यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। सभी ने इस हवन में भाग लिया। भगवान को बांधा गया रक्षा सूत्र
संध्या चार बजे से श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर प्रागण में कलश स्थापन, रक्षा सूत्र वधंनम का कार्यक्रम शुरू हुआ। महालक्ष्मी सहित जगत नियंता वेंकटेश भगवान को रक्षा सूत्र बाधा गया, श्रीस्वामी जी सहित आचार्य एवं अर्चकों तथा उपस्थित सभी यजमानों को रक्षा सूत्र बाधा गया। दक्षिण के वाद्य यंत्र नादेश्वरम की उपस्थिति ने सारे वातावरण को संगीतमय बना दिया था। कार्यक्रम में रामअवतार नारसरिया, गोपाल लाल चौधरी, नारायण प्रसाद जालान, अशोक राजगड़िया, अश्रि्वनी राजगड़िया, सुशील लोहिया, प्रदीप नारसरिया, अरविंद राजगढि़या, घनश्याम दास शर्मा, अनूप अग्रवाल, उदय राठौर, अनीश अग्रवाल, जगमोहन नारसरिया, कन्हैया लोहिया, ओमप्रकाश केजरीवाल, मनोज अग्रवाल, रमेश धरनीधरका, विनय धरनरीधरका, उदय राठौर, एन. रामास्वामी, रंजन सिंह, श्यामानंद झा, मुरारी मंगल, निहार-पायल तुलस्यान आदि उपस्थित थे। आज निकलेंगे भ्रमण पर
शनिवार को प्रात: आठ बजे से महासुदर्शन होम शुरू होगा। अपराह्न दो बजे भगवान वेंकटेश्वर महालक्ष्मी के साथ अनंत शेषनाग पालकी पर विराजमान होकर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। साथ ही शोभायात्रा में 151 सुहागिन महिलाएं और कुमारी कन्याएं भगवान श्री श्रीनिवास का ध्वज-निशान लेकर चलेंगी। मान्यता है कि जो भक्त मायाभाव के कारण मंदिर जाकर भगवान का दर्शन नहीं कर पाते हैं, वैसे लोगों पर कृपा करके भगवान नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं और भक्तों के दरवाजे तक पहुंच कर दर्शन देते हैं।