Move to Jagran APP

महेंद्र सिंह धौनी को जेड श्रेणी की सुरक्षा, साक्षी को भी चाहिए पिस्तौल

महेंद्र सिंह धौनी की पत्नी आत्मरक्षा के लिए पिस्तौल लेना चाहती हैं और उन्होंने इसके लिए आवेदन दिया है। धोनी के पास पिस्तौल का लाइसेंस पहले से ही है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 21 Jun 2018 08:26 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jun 2018 02:09 PM (IST)
महेंद्र सिंह धौनी को जेड श्रेणी की सुरक्षा, साक्षी को भी चाहिए पिस्तौल
महेंद्र सिंह धौनी को जेड श्रेणी की सुरक्षा, साक्षी को भी चाहिए पिस्तौल

रांची(जेएनएन)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। घर पर अलग से पुलिस बल है। बावजूद इसके , उनकी पत्‍‌नी आत्मरक्षा के लिए पिस्तौल लेना चाहती हैं और उन्होंने इसके लिए आवेदन दिया है। आवेदन पर जिला पुलिस ने सकारात्मक टिप्पणी के साथ उपायुक्त के पास निर्णय के लिए भेज दिया है।

loksabha election banner

महेंद्र सिंह धौनी के पास पिस्तौल का लाइसेंस पहले से ही है। पुलिस जांच के बाद साक्षी धौनी की फाइल अब उपायुक्त के पास है। ताकि उन्हें जल्द से जल्द आ‌र्म्स लाइसेंस जारी कर दिया जाए। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार साक्षी धौनी की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें लाइसेंस देने की अनु्रशंसा की गई है। फाइल पर तेज रफ्तार से काम हुआ है और थाना स्तर के पदाधिकारी से लेकर डीएसपी, सिटी एसपी, एसएसपी स्तर तक पर जांच पूरी कर ली गई है।

साक्षी ने आ‌र्म्स लाइसेंस के लिए यह आवेदन फरवरी माह में दिया था। अब जिला प्रशासन से जांच पूरी होने के बाद साक्षी धौनी को आ‌र्म्स लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने प्वाइंट 32 बोर पिस्टल के लिए आवेदन दिया है।

ऐसा है साक्षी का आवेदन
आ‌र्म्स लाइसेंस को लेकर दिए आवेदन में साक्षी धौनी ने कहा है कि वह ज्यादातर समय घर में अकेले रहती हैं। निजी काम से अकेले इधर-उधर जाना पड़ता है। लिहाजा अविलंब हथियार खरीदने का लाइसेंस दिया जाए।

धौनी के घर तैनात रहते हैं सात जवान
धौनी फिलहाल शहर से दूर रातू के दलादली स्थित फॉर्महाउस में बने भव्य आवास में रहते हैं। यहां उनकी सुरक्षा के लिए सात जवान तैनात हैं। उनकी पत्‍‌नी आवास से कहीं आती-जाती हैं तो पुलिस को जानकारी दी जाती है और तत्काल सुरक्षा की व्यवस्था की जाती है।

धौनी से मांगी गई थी रंगदारी
महेंद्र सिंह धौनी को रांची में आ‌र्म्स का लाइसेंस नौ साल पहले मिला था और इसके बाद ही उन्होंने पिस्टल खरीदी थी। वर्ष 2008 में उनसे एक अज्ञात अपराधी ने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। थाना में मामला दर्ज होने के बाद उन्हें पिस्टल का लाइसेंस भी मिल गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.