सीएम ने किया प्रखंड कृषि चौपाल का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने कृषि महोत्सव-सह-कृषि चौपाल का शुभारम्भ कर कार्यक्त्रम में किसानो की समस्या सुनी।
जासं, रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को कृषि एवं पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित किए प्रखंड कृषि चौपाल का शुभारंभ कांके के गागी गांव से किया। यह कार्यक्रम सभी प्रखंडों में 20-29 जून तक आयोजित किया जाएगा। विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को एक ही जगह पर उपलब्ध कराने, योजनाओं का प्रचार-प्रसार तथा योजनाओं का लाभ घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें लाभुकों के बीच कई परिसंपत्तियां व अनुदान आदि वितरित किए जाएंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, सासद, कृषि सचिव, उपायुक्त सहीत दर्जनो आला अधिकारी एवं सैकडो ग्रामीण किसान मौजूद हैं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों की समस्या भी सुनी।
चौपाल में लाभुकों के बीच वितरित होगी परिसंपत्ति :
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की ओर से राज्य के सभी प्रखंडों में 20 से 29 जून तक तीन चरणों में प्रखंड कृषि चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। इसके जरिए विभाग की लाभकारी योजनाओं का लाभ एक स्थान पर ही लाभुकों को उपलब्ध कराया जाएगा। जिसकी शुरूआत कांके प्रखंड के गागी गांव से होगी, जहां से मुख्यमंत्री रघुवर दास प्रखंड कृषि चौपाल का शुभारंभ करेंगे।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि मंत्री रणधीर सिंह करेंगे। जिसमें मुख्य सचिव व विकास आयुक्त भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास कृषि, पशुपालन, सहकारिता, मत्स्य, उद्यान, भूमि संरक्षण, गव्य विकास के लाभुकों में विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का अनुदान वितरित करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विभाग की योजनाओं का लाभ सीधे लाभुकों को घर पहुंच सेवा (डोर स्टेप डिलीवरी) के माध्यम से उपलब्ध कराया जाना है, ताकि बिचौलियों पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जा सके।
हर प्रखंड में होगा तीन दिन का कार्यक्रम:
प्रखंड कृषि चौपाल कार्यक्रम के पहले दिन विभाग की योजनाओं पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। लाभुकों में परिसंपत्तियों का वितरण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड व परीक्षण किट का वितरण किया जाएगा। इसी दौरान किसानों के बीच खरीफ, दलहन, तिलहन आदि के बीजों का वितरण होगा। दूसरे दिन फसल बीमा योजना पर कार्यशाला होगा। जिसमें 2016-17 व 2017-18 के लंबित दावों का भुगतान किया जाएगा। वहीं, फसल बीमा योजना के तहत किसानों चयन भी किया जाएगा। तीसरे दिन किसानों के बीच योजनाओं को लेकर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन होगा।