डीपीएस की बस ने जेवियर्स कॉलेज के प्रोफेसर को रौंदा
सेंट जेवियर्स कॉलेज के प्रोफेसर आशुतोष राय की शुक्रवार को मेकॉन चौक के पास सुबह दस बजे डीपीएस की बस के चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर चालक की तलाश शुरू कर दी है।
रांची : सेंट जेवियर्स कॉलेज के प्रोफेसर आशुतोष रॉय की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। घटना शुक्रवार की सुबह मेकॉन चौक के पास करीब सवा दस बजे की है। डीपीएस स्कूल बस की चपेट में आने से स्कूटी से जा रहे आशुतोष की मौके पर मौत हो गई। दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया। मृतक डॉ. आशुतोष जेवियर्स कॉलेज में अंग्रेजी के प्रोफेसर थे। आशुतोष पत्नी डॉ. सुनीता रॉय के साथ रहते थे। उनकी पत्नी भी जेवियर्स कॉलेज में प्रोफेसर हैं। जबकि, आशुतोष की बेटी बेंगलुरू में लॉ फॉर्म में कार्यरत है। पुलिस दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची। शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। इस मामले में आशुतोष के भाई अतुल कुमार रॉय के बयान पर डीपीएस स्कूल के बस संख्या जेएच 01बीके 4867 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। हालांकि, इस मामले में अभी तक डीपीएस स्कूल के बस व चालक को पुलिस पकड़ नहीं सकी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। इधर, डोरंडा इंस्पेक्टर आबिद खान ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है। जांच उपरांत दोषी पाएं जाने पर आरोपित चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस ने पत्नी को दी सूचना, फिर मौके पर पहुंचा भाई
सड़क दुर्घटना में आशुतोष रॉय के मौत की सूचना पुलिस ने उनकी पत्नी सुनीता को दी। इसके बाद सुनीता ने मामले की जानकारी मोबाइल पर आशुतोष के भाई अतुल को दी। सूचना मिलने के बाद अतुल डोरंडा थाना पहुंचे, तो देखा कि आशुतोष की मौत हो चुकी है। उसके शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर रखा है। इसके बाद पूरी घटना की जानकारी पुलिस ने अतुल को दी।
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20 जून को आशुतोष भी जाने वाले थे बेंगलुरू
सेंट जेवियर्स कॉलेज के प्रोफेसर अजय श्रीवास्तव ने बताया कि आशुतोष 20 जून को अपनी बेटी के पास बेंगलुरू जाने वाले थे। ग्रीष्मावकाश होने के कारण आशुतोष की पत्नी सुनीता पहले ही बेटी के पास चली गई थी। सड़क दुर्घटना में मौत की सूचना मिलने के बाद पत्नी और बेटी बेंगलुरू से रांची के लिए रवाना हुए और देर शाम रांची पहुंचे।
सुबह बहन के घर से निकले थे आशुतोष
शुक्रवार की सुबह के समय आशुतोष कडरू में रहने वाली अपनी बहन तृप्ती चक्रवर्ती से मिलने आए थे। बहन से मुलाकात करने के बाद आशुतोष अपने आवास पहुंचे। इसके बाद वह स्नान करने के बाद कहां जा रहे थे, इसकी किसी को जानकारी नहीं थी।