तीन दिन बाद भी 30 फीसद इलाकों को मिला पानी
रांची : राजधानी में पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों को बुधवार को भी अधूरी सप्लाई की गई। वह भी गंदा पानी? तीन दिन बाद शहर में केवल 30 फीसद इलाकों को ही जलापूर्ति हो सकी।
रांची : राजधानी में पानी की किल्लत से जूझ रहे लोगों को बुधवार को भी अधूरी सप्लाई की गई। तीन दिन बाद शहर के 30 प्रतिशत इलाकों को पानी मिल सका। रिम्स, कांटाटोली, कोकर, बहुबाजार, चुटिया, इरबा आदि क्षेत्रों में जलापूर्ति हुई। पानी मिलने के बाद भी समस्या कम नहीं हुई। तीन दिन बाद मिले पानी की गंदगी से दोबारा लोगों का सामना हुआ। सबने गंदे पानी की शिकायत की। हरा पानी वर्तमान में भी लोगों की समस्या का कारण बना रहा। विभाग का दावा है कि गुरुवार से पूरे शहर को जलापूर्ति होगी।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को भी आधा से अधिक शहर प्यासा रहा। इनमें शहर के वो क्षेत्र हैं, जहा अक्सर पानी को ले कर समस्याएं होती हैं। रातू रोड के सभी क्षेत्रों के अलावा ¨हदपीढ़ी और बरियातू में भी दिनभर लोग पानी को तरसते रहे। कहां कब हुई जलापूर्ति
मंगलवार रात 10 बजे रुक्का प्लांट को बिजली मिली। इसके फलस्वरूप वहां से पानी की सप्लाई शुरू हुई। रात भर में बूटी स्थित जलागार में पानी भरा गया। सुबह 4:30 बजे से 8:30 बजे तक सबसे पहले रिम्स को पानी दिया गया। हालांकि इस दौरान बरियातू का पूरे क्षेत्र में सप्लाई बाधित रही। तीन घंटे बाद बूटी से दोबारा सप्लाई की गई। 11:45 से शाम 5:30 बजे तक काटाटाली मेन लाइन में पानी की सप्लाई की गई। इससे कांटा टोली, कोकर, बहुबाजार, लालपुर, चुटिया आदि क्षेत्रों में पानी मिला। बिजली का नहीं मिल रहा साथ, बरकरार रहेगी समस्या
पानी की समस्या को ले कर अटकलें कम नहीं हो रही हैं। पेयजल विभाग को बिजली का साथ नहीं मिल पाने की वजह से तीन दिनों तक शहर प्यासा रहा। बिजली की स्थिति दोबारा उसी ओर इशारा करती नजर आ रही है। बुधवार को रुक्का प्लांट में शाम 4:30 बजे से 6:45 तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। इस बीच बूटी प्लांट में शाम 5:20 बजे बिजली आपूर्ति बाधित हुई। इसके बाद रात 9 बजे तक नहीं आई। रुक्का से पानी आने के बाद भी यदि बूटी में बिजली नहीं रहे तो भी सप्लाई नहीं हो सकता। शहर में पानी की सप्लाई के लिए यह आवश्यक है कि रुक्का और बूटी में बिजली की सही आपूर्ति हो।
जलस्तर बढ़ा, लेकिन नहीं कम हुई गंदगी
राजधानी और आस-पास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है। बिजली नहीं होने से शहर में सप्लाई भी नहीं हुई है। जाहिर है कि रुक्का के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। पिछली बार दो घंटे की बारिश के बाद ही रुक्का डैम में नौ इंच पानी बढ़ गया था। लेकिन, इसके बाद भी पानी की गुणवत्ता में कोई परिवर्तन देखने को नहीं मिला है।