ग्यारहवीं में दाखिले के लिए लगने लगी कतारें
जागरण संवाददाता, रांची : सीबीएसई दसवीं बोर्ड के नतीजे कल ही जारी हुए हैं और आज से ही ग्यारहवीं में द
जागरण संवाददाता, रांची : सीबीएसई दसवीं बोर्ड के नतीजे कल ही जारी हुए हैं और आज से ही ग्यारहवीं में दाखिले के लिए रांची के विभिन्न स्कूलों में अभिभावकों और बच्चों की कतारें लगने लगी हैं। बुधवार सुबह सात बजे से ही स्कूलों के गेट के आगे अभिभावकों की कतारें देखने को मिली। सभी अपने बच्चों का दाखिला ग्यारहवीं के विभिन्न संकाय में कराते दिख रहे है। जहां एक तरफ बच्चों तथा अभिभावकों में कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के चयन में उलझन चल रही है वही दूसरी तरफ पहले एडमिशन कराने की होड़ भी दिखाई दे रही है। शहर के डीपीएस, डीएवी श्यामली, डीएवी हेहल, कपीलदेव आदि सभी स्कूलों में दाखिला प्रारंभ हो चुका है।
दसवीं के बाद तैयार करें करियर का रोडमैप :
करियर की प्लानिंग दसवीं के बाद शुरू कर देनी चाहिए। यदि आप दसवीं के बाद ही करियर का रोडमैप बना लेते हैं तो आगे की राह आसान हो सकती है। एकेडेमिक्स से लेकर कंपटीशन तक सभी की राहें हाईस्कूल से ही निर्धारित होती हैं। दसवीं बोर्ड का परीक्षाफल आने के बाद छात्र-छात्राओं के मन में इसी बात की उधेड़बुन रहेगी कि वे किस स्ट्रीम का चुनाव करें कि करियर को एक अच्छा मुकाम दे सकें। ऐसे में हम यहां तीनों स्ट्रीम की जानकारी दे रहे हैं, जहां से करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं।
रुचि के अनुरूप स्ट्रीम का करें चयन :
ग्यारहवीं में निर्धारित स्ट्रीम करियर की उस पुख्ता नींव का निर्माण करती है, जिस पर आगे सफलता की नई-नई इमारतें खड़ी होती हैं। आज जितने भी सक्सेसफुल लोग हैं, उनमें एक चीज कॉमन है, 'अर्ली प्लानिंग'। इस प्लानिंग के दम पर ही इन लोगों ने सफलता की बुलंदियों को स्पर्श किया है। आप भी इनके जैसा बनना चाहते हैं तो सबसे पहले अपनी रुचि के अनुरूप स्ट्रीम का चयन करें। यह कोई मुश्किल काम नहीं है, बस जरूरत है उचित गाइडेंस की जो टीचर, अभिभावक, फ्रेंड्स आदि से ली जा सकती है।
बच्चों को प्रेरित करें अभिभावक :
अभिभावकों से बेहतर बच्चों को कोई गाइड नहीं कर सकता है। पेरेंट्स को चाहिए कि वह ग्यारहवीं में स्ट्रीम चयन में बच्चों की पूरी मदद करें। उन्हें उनकी काबिलियत और भविष्य में उस क्षेत्र के विस्तार को देखते हुए स्ट्रीम चुनने के लिए प्रेरित करें। अपनी बात उनसे कहें और इस संबंध में उनके तर्को को भी पूरा महत्व दें। अभिभावक इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि सांइस हो या कॉमर्स या फिर आर्ट्स की फील्ड, छात्रों को उनकी रुचि के अनुरूप स्ट्रीम मिले, तभी वह बेहतर परिणाम दे सकेगा।
कला में सीमित नहीं रहे स्कोप :
आर्ट्स में अब सीमित स्कोप नहीं रहे। आज इस स्ट्रीम के सभी विषय करियर के लिहाज से बहुत उपयोगी साबित हो रहे हैं। इनमें अर्थशास्त्र, संस्कृत, समाजशास्त्र, हिंदी, राजनीति विज्ञान व अंग्रेजी या विदेशी भाषा साहित्य, शिक्षा शास्त्र, चित्रकला, मानव विज्ञान जैसे विषय बेहतर भविष्य की पक्की गारंटी देते हैं। यही कारण है कि आर्ट स्ट्रीम का चुनाव आज युवा बड़ी संख्या में कर रहे हैं। इस तथ्य को इस बात से समझा जा सकता है कि देश की सबसे प्रतिष्ठित नौकरियों में शुमार सिविल सेवा में भाग लेने वाले सबसे ज्यादा छात्र इसी स्ट्रीम के होते हैं। इसके अलावा आर्ट्स के छात्र बैंकिंग क्षेत्रों में भी अच्छा कर रहे हैं।
साइंस : अन्य स्ट्रीम में भी स्विचओवर
यहां छात्र-छात्राओं के पास दो विकल्प होते हैं। पहला मैथमेटिक्स और दूसरा बायोलॉजी। मेडिकल फील्ड में क रियर बनाने के इच्छुक बायोलॉजी का और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भविष्य तलाश रहे स्टूडेंट्स मैथ्स पढ़ते हैं। इस फील्ड में बायोटेक्नोलॉजी, लाइफ साइंस, नैनो टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग जैसे कई आकर्षक कॅरियर ऑप्शन भी हैं। कृषि की शाखाएं भी सांइस ग्रुप में आती हैं। यहां एग्रीकल्चरल साइंस, एनीमल हसबैंड्री, वेटेनरी साइंस, एग्रीकल्चर एरिया में क रियर की बुनियाद खड़ी की जा सकती है। प्रतियोगी परीक्षा में एनडीए में प्रवेश के लिए साइंस जरूरी है। 12वीं में यदि आपके पास साइंस है, तो आप अपनी मनमर्जी से किसी भी स्ट्रीम में स्विचओवर कर सकते हैं।
कॉमर्स : अंकों में करियर
एकाउंटिंग में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं की पसंद कॉमर्स होता है। इनकी पहली प्राथमिकता सीए, सीएस या आइसीडब्ल्यूएआई होती है। यदि आपकी रुचि इस क्षेत्र में है तो आप कॉमर्स स्ट्रीम का चयन कर सकते हैं। वैसे तो बैंकिंग सेक्टर में सभी स्ट्रीम के छात्र जा सकते हैं, लेकिन, कॉमर्स स्ट्रीम वालों के लिए यह थोड़ा आसान होता है।