पांच नक्सलियों के ढेर मामले की होगी न्यायिक जांच
रांची : लातेहार जिले के मनिका व हेरहंज थाना की सीमा पर बड़गांव जंगल में चार अप्रैल को पुलिस मुठभेड़ में ढेर पांच नक्सलियों के मामले की न्यायिक जांच होगी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में सरकार से आठ सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने न्यायिक जांच के साथ-साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट, स्वतंत्र जांच से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी है।
दिलीप कुमार, रांची : लातेहार जिले के मनिका व हेरहंज थाना की सीमा पर बड़गांव जंगल में चार अप्रैल को पुलिस मुठभेड़ में ढेर पांच नक्सलियों के मामले की न्यायिक जांच होगी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में सरकार से आठ सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने न्यायिक जांच के साथ-साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट, स्वतंत्र जांच से संबंधित रिपोर्ट भी मांगी है।
लातेहार में नक्सलियों के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को आयोग ने गंभीरता से लिया है। सरकार को किए गए पत्राचार में आयोग ने डीजीपी, लातेहार के डीसी व लातेहार के एसपी को अनुसंधान में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के गाइडलाइंस के पालन का आदेश दिया है। यह गाइडलाइंस 12 मई 2010 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अध्यक्ष ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को भेजा था।
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ये नक्सली मुठभेड़ में हुए थे ढेर :
शिवलाल यादव, श्रवण यादव, मदन यादव उर्फ मजनू, आशीष जी उर्फ आशीष यादव उर्फ राजेश व नरसिंह यादव।
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बड़गांव जंगल में हुई थी मुठभेड़ :
लातेहार जिले के मनिका व हेरहंज थाना की सीमा पर बड़गांव जंगल में चार अप्रैल की सुबह मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में पांचों नक्सली मारे गए थे। सभी बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य छोटू जी के दस्ते के बताए गए थे। उनके पास से तीन एके-47, एक इंसास व एक 315 राइफल की बरामदगी हुई थी। तब पुलिस प्रवक्ता सह आइजी ऑपरेशन आशीष बत्रा ने दावा किया था कि एसपी लातेहार प्रशांत आनंद को गुप्त सूचना मिली थी कि बड़गांव जंगल में नामी नक्सली जुटे हैं और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं। इसी सूचना पर झारखंड पुलिस, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन की टीम सर्च ऑपरेशन पर निकली। पुलिस की टीम को देखकर नक्सलियों ने फाय¨रग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पांचों मारे गए।
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