Jharkhand News: झारखंड में सियासी आग भड़की, मंत्री बन्ना गुप्ता को कूट दूंगा मामले में कांग्रेस नेताओं के मुंह पर जड़ा ताला...
111 Save Life Hospital झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और नर्सिंग होम के संचालक डा. ओपी आनंद की लड़ाई में अब सरयू राय खुलकर सामने आ गए हैं। डॉक्टर के अमर्यादित बयान तथा लोकतंत्र को सरेआम चुनौती देने के मामले में कांग्रेस नेताओं के बयान देने पर रोक लगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। 111 Save Life Hospital झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं कोल्हान प्रमंडल के प्रभारी केशव महतो कमलेश ने एक विज्ञप्ति जारी कर आदित्यपुर स्थित 111 सेव लाइव नर्सिंग होम प्रकरण पर कांग्रेसजनों एवं नेताओं को समाचार पत्रों एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से बयानबाजी नहीं करने की अपील की है। कहा है कि उक्त प्रकरण से संबंधित किसी को कोई शिकायत हो तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को दूरभाष पर अथवा मिलकर बताएं। यदि ऐसा नहीं करते है और बयानबाजी करते हैं, तो यह अनुशासनहीनता के दायरे में आयेगा।
कमलेश ने कहा है कि नर्सिंग होम के संचालक डा. ओपी आनंद के अमर्यादित बयान तथा लोकतंत्र को सरेआम चुनौती देने के बावजूद मंत्री बन्ना गुप्ता ने शिष्टाचार के साथ डॉक्टर को बड़ा भाई कहकर सम्बोधित किया है। यदि किसी अस्पताल द्वारा मरीजों का शोषण किया जाता है या अवैध एवं मनमानी तरीके से अधिक राशि वूसली की जाती है, जिसकी शिकायत सरकार या प्रशासन को की जाती है, तो उसपर जांच कर विधिसम्मत कार्रवाई होनी ही चाहिए।
बंद कांतिलाल अस्पताल में चल रहे एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक कौन हैं?क्या ये सरायकेला ज़िला के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के साले हैं,जहां फ़र्ज़ी मुक़दमा कर डा०आनंद को जेल भेजा गया?क्या इस सेंटर में सत्ता पक्ष के एक रसूखदार नेता परिवार का पार्टनरशिप है?ये सवाल जवाब माँगते हैं.— Saryu Roy (@roysaryu) May 24, 2021
इधर पूर्व मंत्री और जमशेदपुर के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने अब इस मामले में सीधे-सीधे झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को कठघरे में खड़ा कर दिया है। सरयू ने ट्विटर पर सोमवार को लिखे अपने संदेश से सियासी आग भड़का दी है। सरयू ने 111 सेव लाइफ हॉस्पिटल के मालिक डॉ आनंद के पक्ष में खुलकर खड़े होते हुए कहा कि पहले से बंद कांतिलाल अस्पताल में चल रहे एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर के मालिक कौन हैं? क्या ये सरायकेला जिला के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के साले हैं, जहां फर्जी मुकदमा कर डाॅ आनंद को जेल भेजा गया? सरयू ने आगे सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इस सेंटर में सत्ता पक्ष के एक रसूखदार नेता परिवार का पार्टनरशिप है? उन्होंने कहा कि ये सवाल जवाब मांगते हैं?