झारखंड में वज्रपात का कहर, रेलवे इंजीनियर समेत 10 की मौत Ranchi News
Jharkhand. राज्य के अलग-अलग जिलों में हुई वज्रपात की घटनाओं में रेलवे के इंजीनियर सहित दस लोगों की मौत हो गई। घटना गिरिडीह गोड्डा गढ़वा दुमका में हुई।
रांची, जेएनएन। राज्य में सोमवार को अलग-अलग जिलों में हुईं वज्रपात की घटनाओं में रेलवे के इंजीनियर सहित दस लोगों की मौत हो गई। गिरिडीह, गोड्डा, गढ़वा और दुमका में सोमवार को वज्रपात का कहर बरपा। गोड्डा, गढ़वा व गिरिडीह में तीन-तीन तथा दुमका में एक व्यक्ति की मौत हुई है। धनबाद रेल मंडल के पारसनाथ चेंगड़ो स्टेशन के बीच वज्रपात से जख्मी हुए जूनियर इंजीनियर जावेद कमर की मौत इलाज के दौरान हो गई।
हादसे में जख्मी रेलकर्मी सुधीर मिश्रा और अमित कुमार का इलाज जालान अस्पताल धनबाद में चल रहा है। जावेद नवादा जिले का रहने वाला है। शव को फिलहाल रेलवे अस्पताल में रखा गया है। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वहीं तिसरी बाघमारी गांव के रहने वाले भुनेश्वर राय (22) की जान भी वज्रपात के कारण चली गई। डुमरी में पारो कुमारी (14) ने भी वज्रपात की चपेट आकर दम तोड़ दिया। गोड्डा जिले के मेहरमा के दोगाछी और सुरनी गांव में रहने वाले ताजुद्दीन अंसारी (45), मिथिलेश सिंह (35) तथा ईश्वर मरांडी (पोड़ैयाहाट के हरियारी गांव निवासी) की मौत भी वज्रपात के चपेट में आने से हो गई।
वहीं दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के चोरडीहा गांव में खेत में काम कर रहे किसान ननकू दास (40) की भी वज्रपात से मौत हुई। गढ़वा जिले के कांडी और केतार प्रखंड में सोमवार की दोपहर में वज्रपात की चपेट में आने से एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में अशर्फी मेहता (52), ओम प्रकाश ठाकुर(18) तथा कंचन कुमारी (32) शामिल हैं।