नौकरी-मुआवजा की मांग को ले किया चक्का जाम
संवाद सूत्र गिद्दी (रामगढ़) झामुमो के बैनर तले सतकड़िया के रैयत-विस्थापितों ने बकाया नौकर
संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : झामुमो के बैनर तले सतकड़िया के रैयत-विस्थापितों ने बकाया नौकरी-मुआवजा की मांग को लेकर रविवार की सुबह छह बजे से गिद्दी सी परियोजना में अनिश्चितकालीन चक्का जाम कर दिया। रैयत-विस्थापित परियोजना के कोयला डीपो में एकत्रित होकर होल रोड को जाम कर उत्पादन ठप कर दिया। झामुमो डज्ञड़ी प्रखंड अध्यक्ष सह जिप सदस्य लखनलाल महतो व केंद्रीय सदस्य राजेश टुडू ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन के साथ कई बार सतकड़िया रैयत-विस्थापितों के जमीन के बदले बकाया नौकरी, मुआवजा, पुर्नवास व वैकल्पिक रोजगार को लेकर वार्ता हुई। प्रबंधन इसको लेकर कई बार लिखित समझौता भी किया है। रैयतों की मांगो को लेकर प्रबंधन द्वारा रैयत-विस्थापितों को झूठा आश्वासन देते सालो गुजर गए हैं। अब रैयत-विस्थापित अपने को ढगा महसुस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गिद्दी सी कोलियरी प्रबंधन सतकड़िया के रैयतों को जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा, पुनर्वास और वैकल्पिक रोजागर देने का कार्य सालों से लटकाए हुए है। इससे आक्रोशित रैयतों ने परियोजना का अनिश्चितकालीन उत्पादन ठप कराए हैं। क्योंकि बीते 17 अप्रैल 2021 को भी अनिश्चित कालीन बंदी की गई थी और 24 अप्रैल को प्रबंधन के साथ वार्ता हुआ था। इसमें लाकडाडन समाप्त होने के बाद उनकी मांगों पर पहल करने का आश्वासन दिया था। परंतु प्रबंधन अभी तक कोई पहल नहीं की है। कहा कि प्रबंधन जब तक उनकी मांग पर सार्थक पहल नहीं करता है कोलियरी का अनिश्चित कालीन चक्का जाम जारी रहेगा। समाचार भेजे जाने तक परियोजना का उत्पादन ठप था। परियोजना का उत्पादन ठप कराने वालों में झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष सह जिप सदस्य लखनलाल महतो, केंद्रीय सदस्य सह रैयत राजेश टुडू, मुखलाल बेदिया, श्जि्ञवजी बेसरा, नयाराम मांझी, ललन बेसरा, कालीदास मांझी, श्रीनाथ महतो, महाराम सोरेन, सेराज मिया, कृष्ण महतो, शिव बेसरा, सिकंदर मरांडी, गोमीलाल मांझी आदि शामिल थे।