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पतरातु नलकारी डैम के खोले गए चार फाटक

संवाद सूत्र पतरातु थर्मल (रामगढ़) पतरातू डैम का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़कर अपने अधिक

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 07:58 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 07:58 PM (IST)
पतरातु नलकारी डैम के खोले गए चार फाटक
पतरातु नलकारी डैम के खोले गए चार फाटक

संवाद सूत्र, पतरातु थर्मल (रामगढ़) : पतरातू डैम का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़कर अपने अधिकतम जल भंडारण क्षमता के करीब पहुंच गया। डैम के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पीटीपीएस शेष परिसंपत्ति द्वारा शनिवार के प्रात: डैम फाटकों को खोलने की घोषणा की गई थी। परंतु शुक्रवार की रात्रि डैम का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचने के बाद शुक्रवार की मध्यरात्रि लगभग 12:10 बजे डैम के दो फाटकों को डेढ़-डेढ़ फीट खोल दिया गया। पुन: शनिवार के प्रात: पतरातू डैम का जलस्तर 1331 आर एल से ज्यादा होने के बाद दो अन्य फाटक खोलने पड़े। बताया गया कि डैम के कुल चार फाटकों से प्रति सेकंड 3000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। वहीं पतरातू डैम के मुख्य जलस्त्रोत नलकारी नदी व घाघरा नदी में पानी का बहाव लगातार एक गति से बना हुआ था। शाम लगभग पांच बजे चारों फाटक खुले होने के बावजूद डैम का जलस्तर 1330.05 आरएल तक ही घट सका था। देखने वालों की जुटी भीड़

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पतरातू डैम के फाटक खोले जाने की सूचना पाकर भारी संख्या में पर्यटकों की भीड़ पतरातू डैम पहुंच गई। रामगढ़ जिले के अलावा रांची हजारीबाग जिले से भी लोगों की अच्छी खासी भीड़ इस विहंगम नजारे का लुफ्त उठाने के लिए पतरातू डैम फाटक के करीब पहुंचे।

उपायुक्त के आदेश पर खोले गए फाटक

पतरातू डैम फाटक खोलने को लेकर बीते मंगलवार को ही पीटीपीएस शेष परिसंपत्ति की ओर से रामगढ़ उपायुक्त को पत्र भेजा गया था। पुन: शुक्रवार को जिला उपायुक्त समेत जिले के संबंधित सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों को शनिवार के प्रात: 10:30 बजे फाटक खोलने की सूचना दी गई थी। परंतु शुक्रवार की शाम तक डैम में अपेक्षा से ज्यादा जलभराव की स्थिति को देखते हुए जिला उपायुक्त को इसकी सूचना दी गई। जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए डैम सुरक्षा को ध्यान में रखकर घोषित समय से पूर्व ही पतरातू डैम के फाटकों को खोला गया।

डैम में डूब गई दर्जनों नावें

पतरातू डैम में सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण नाव चला कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। यह नाविक रोजाना अपने-अपने नावों को डैम के किनारे खड़ी कर अपने-अपने घर चले जाते हैं। शुक्रवार की रात्रि पतरातू डैम के अप्रत्याशित जलवृद्धि के कारण पतरातू डैम के किनारे खड़ी दर्जनों नावें पानी में बहकर डैम में डूब गई।शनिवार के प्रात: से ही यह नाभिक अपने-अपने नावों की तलाश में जुटे हुए थे।


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