भुरकुंडा और सयाल से जुड़ी हैं शहीद प्रमोद की यादें
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फोटो नं. 22
संवाद सूत्र भुरकुंडा (रामगढ़) : असम में शहीद हुए देश के वीर सपूत वारंट ऑफिसर प्रमोद कुमार मिश्रा की यादें कोयलांचल से जुड़ी हुई है। उनके शहीद होने की खबर सुनते ही पूरा कोयलांचल मर्माहत हो उठा। आलम यह था प्रमोद मिश्रा की मौत से एक ओर तो गम का महौल था लेकिन वहीं दूसरी ओर उनकी शहादत पर कोयलांचल को गर्व भी हो रहा था। सैनिक प्रमोद का निधन 20 जून को हो गया था। उनका शव रांची 21 जून को पहुंचा।
उनसे जुड़ी हजारों यादें आज भी भुरकुंडा और सयाल कोलियरी क्षेत्र में ताजा है। न सिर्फ यहां उनका बचपन गुजरा बल्कि उनकी शिक्षा दीक्षा भी यहीं से हुई है। शहीद का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ 21 जून को जब उनके आवास रांची स्थित एदलहातू पहुंचा तो कोयलांचल के लोगों की भी आंखों से आंसू छलक पड़े। लोगों ने अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रमोद अदम्य साहस का परिचय अपनी ड्यूटी के दौरान देश की सेवा में सदैव मुस्तैद रहें। देश की रक्षा के लिए उन्होंने अपनी जान तक न्योछावर कर दिया। मालूम हो कि सयाल निवासी उपेंद्रनाथ मिश्रा के बड़े पुत्र प्रमोद कुमार मिश्रा का 1987 में 17 असम राइफल में चयन हुआ था। वे वारंट आफिसर पद पर कार्यरत थे। उनके पिता सीसीएल सयाल में ही सीनियर ओवरमैन पद पर कार्यरत थे। अभी भी उनके छोटे भाई विनोद मिश्रा उरीमारी में सीनियर ओवर मैन पद पर कार्यरत हैं। प्रमोद मिश्रा अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र व पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
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सयाल मध्य विद्यालय और जेएम कॉलेज भुरकुंडा के थे छात्र
शहीद प्रमोद कुमार मिश्र की शिक्षा दीक्षा कोलियरी क्षेत्र में ही पूरी हुई थी। उन्होंने सयाल के ही मध्य विद्यालय एवं उच्च विद्यालय से शिक्षा प्राप्त की थी। जेएम. कॉलेज भुरकुंडा से उन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की थी। उनकी शहादत की खबर मिलते ही सयाल से कई लोग रांची उनके आवास पंहुचे एवं श्रद्धांजलि दी।