मासस व बीसीकेयू ने गिद्दी वाशरी बचाने को बनाई रणनीति
मार्क्सवादी समन्वय समिति व बिहार कोलियरी कामगार यूनियन की संयुक्त बैठक गुरूवार को गिद्दी बस्ती टेहराटाड़ में हुई। इसमें गिद्दी वाशरी परियोजना के किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने देनें व सीटीओ क्लीयरेंस कराकर वाशरी रोड सेल चालू कराने को लेकर आंदोलन के तैयारी को ले विस्तृत रूप से चर्चा किया गया। मौके पर मासस सह बीसीकेयू नेता सह सीटू प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश सिंह ने कहा कि सीसीएल हेडक्वार्टर प्रबंधन ने पत्र भेजकर छह सितंबर से गिद्दी वाशरी परियोजना में ऑपरेशन बंद करने का निर्देश दे दिया है। इसके बाद से वाशरी में ऑपरेशन कार्य बंद है। सीसीएल प्रबंधन गिद्दी वाशरी को बंद करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि गिद्दी वाशरी की जो स्थिति आज है उसका जिम्मेवार सीसीएल प्रबंधन है। सीसीएल प्रबंधन के गलत नीति के कारण 199
संवाद सूत्र, गिद्दी (रामगढ़) : मार्क्सवादी समन्वय समिति व बिहार
कोलियरी कामगार यूनियन की संयुक्त बैठक गुरुवार को गिद्दी बस्ती टेहराटाड़ में हुई। इसमें गिद्दी वाशरी परियोजना के किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने देनें व सीटीओ क्लीयरेंस कराकर वाशरी रोड सेल चालू कराने को लेकर आंदोलन के तैयारी को ले विस्तृत रूप से चर्चा किया गया। मौके पर मासस सह बीसीकेयू नेता सह सीटू प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश सिंह ने कहा कि सीसीएल हेडक्वार्टर प्रबंधन ने पत्र भेजकर छह सितंबर से गिद्दी वाशरी परियोजना में ऑपरेशन बंद करने का निर्देश दे दिया है। इसके बाद से वाशरी में ऑपरेशन कार्य बंद है। सीसीएल प्रबंधन गिद्दी वाशरी को बंद करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि गिद्दी वाशरी की जो स्थिति आज है उसका जिम्मेवार सीसीएल प्रबंधन है। सीसीएल प्रबंधन के गलत नीति के कारण 1998 में वाशरी को कोकिग कोल से ननकोकिग कोल किया। सीसीएल ने जब से वाशरी को ननकोकिग कोल किया है। तब से वाशरी घाटा में चल रही है। साथ ही सीसीएल प्रबंधन ने वाशरी को कभी भी गुणवक्ता युक्त कोयला आपूर्ति नहीं कराया। जो कोयला आपूर्ति कराई गई वह डस्ट या पत्थर रही है। इसी का परिणाम है कि गिद्दी वाशरी करोड़ों के घाटा में चली गई है। इधर सीसीएल प्रबंधन वाशरी के स्ट्रक्चर को मेंटेनेंस कराने के नाम पर वाशरी को बंद करने का मन बना ली है। परंतु गिद्दी वाशरी परियोजना को किसी भी कीमत पर बंद नहीं होने दिया जाएगा। वाशरी को गुणवक्ता युक्त कोयला आपूर्ति कराकर फुल फेज में वाशरी को चलाने व सीटीओ क्लीयरेंस कराकर गिद्दी वाशरी रोड को चालू कराने की मांग को लेकर व्यापक रूप से जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। इसकी पहली कड़ी के रूप में 14 अक्टूबर को गिद्दी चौक से पैदल मार्च कर अरगडा जीएम ऑफिस पहुंच कर प्रदर्शन किया जाएगा। इसको लेकर व्यापक स्तर से प्रचार-प्रसार करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष सुंदरलाल बेदिया ने किया। मौके पर धनेश्वर तुरी, गौत्तम बनर्जी, शईद अंसारी, आरडी मांझी, लोदो मुंडा, धनु महतो, बहादुर बेदिया, अमृत राणा, राजकुमार लाल, बैजनाथ महतो, रामु सिंह, शंभु कुमार, इसलाम अंसारी, अनवर, ऐनाम, फागु बेदिया, मेहीलाल महतो, नागेश्वर महतो, नागेश्वर साहू, रामप्रसाद मांझी, रस्का मांझी, तुलसीदास मांझी, जयलाल महतो, कैलाश महतो, चुरामन महतो, सोमर साव, अरविद बेदिया, चुरामन महतो, मो. युनूस, हरि प्रसाद, खेमनाथ बेदिया, विष्णु महतो, तुलसी महतो, अमीन अंसारी, श्रीराम, बिरसा बेदिया, रामफल महतो, मनोज महतो, अशोक गंझू, प्रभु महतो, जगमोहन महतो, देवनारायण साव, धनराज महतो, मनीष किस्कू, रवि मांझी, ललीत महतो, लालजी मांझी, सुरेंद्र कुमार समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे।