सड़क मरम्मत कराने की मांग को ले गिद्दी-नयामोड़ मार्ग किया जाम
गिद्दी (रामगढ़) : रैयत विस्थापित मोर्चा ने गिद्दी-नयामोड़ की वाशरी कॉलोनी से दामोदर पुल तक सड़
गिद्दी (रामगढ़) : रैयत विस्थापित मोर्चा ने गिद्दी-नयामोड़ की वाशरी कॉलोनी से दामोदर पुल तक सड़क मरम्मत कराने की मांग को लेकर मंगलवार की सुबह सात बजे से सड़क जाम कर दिया। इस दौरान सड़कों की दोनों ओर जहां सैकड़ों गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। वहीं रेलीगढ़ा परियोजना के सेल में प्रवेश करने वाली गाड़ियों का वजन नहीं हो पा रहा था। बाद में गिद्दी रेलवे साइ¨डग स्थित मोर्चा के कार्यालय समक्ष त्रिपक्षीय वार्ता हुई। इसमें प्रबंधन की ओर से अरगडा एसओसी एसवी चौधरी, एसएन भास्कर, गिद्दी पीओ कृष्ण मुरारी, सुरक्षा कर्मी, प्रशासन की ओर से गिद्दी थाना के ए खान, शंभुनाथ राय व रैविमो के लोग शामिल थे। प्रबंधन ने कहा कि आगामी शुक्रवार से इमलीगांछ स्थित गड्ढे को गिट्टी डालकर भरने का कार्य किया जाएगा। जबकि गिद्दीसी बिरसा वौक से गिद्दी दामोदर नदी तक करीब चार करोड़ के लागत से कालीकरण सड़क निर्माण के लिए स्टीमेट बनाकर हेडक्वार्टर भेजा गया है। हेडक्वार्टर से पास होने के बाद सड़क जल्द निर्माण होगा। स्टीमेट में इमलीगांछ समीप आरसीसी करना अंकित है। ताकि यहां सड़क टूटने की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाए। साथ ही रैविमो के आग्रह पर प्रशासन ने इमलीगाछ के समीप दो-तीन लाइन में ट्रक खड़े कर देने की लगनी वाली जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए कांटा बाबू को यह निर्देश देने का आश्वासन दिया कि जो हाइवा दो-तीन लाइन में लगकर कांटा करवाने आती है। उसका कांटा नहीं करने को कह दिया जाएगा। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे सड़क जाम हटा लिया गया। मौके पर रैविमो के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि गिद्दी-नयामोड़ मार्ग क्षेत्र की भुरकुंडा व हजारीबाग जाने की मुख्यमार्ग है। इन सड़कों पर प्रतिदिन सैकड़ों सीसीएल की ट्रांसपोर्टिंग होने वाली ट्रकें व चार चक्का व मोटरसाइकिल सवारों का आवागमन होता है। परंतु गिद्दी वाशरी कॉलोनी से गिद्दी दामोदर पुल तक की सड़क गड्ढ़े में तब्दील हो गई है। गड्ढ़े इतने गहरे हो गए हैं कि बरसात के दिनों पर छोटे वाहनों का चक्का पूरा डूब जाता है। मोटरसाइकिल सवारों को गिरना तो आम बात हो गया है। सीसीएल प्रबंधन इस मार्ग से कोयला का ट्रांसपोर्टिंग कर अच्छी-खासी राजस्व कमाती है। अभी हाल में सीसीएल प्रबंधन ने पेच रिपें¨रग किया है। परंतु कुछ पता नहीं चल रहा है। उन्होंने कि प्रबंधन व प्रशासन दस दिनों के अंदर सड़क बनाने की ओर साकारात्मक पहल नहीं करती है तो रैविमो जनहित के सवाल को लेकर सड़क जाम करने के साथ-साथ गिद्दी व रेलीगढ़ा परियोजना का अनिश्चिकतालीन ट्रांसपोर्टिंग ठप करेंगी। सड़क जाम करने वालों में सैनाथ गंझू, शंकर बेदिया, आशीष करमाली, पप्पू ¨सह, बसंत प्रसाद, राजेश साव, बहादुर मुर्मू, सन्नी गंझू, राजेश बेदिया, बासु गंझू, सुशील गंझू, मनोज महली, गुलेश्वर महली, देवानंद गंझू, मंटू मांझी, महाबीर बेदिया, मो. इरशाद, मनोज टुडू, शिवनाथ गंझू, पवन बेसरा, रवि टुडू, मनोज सोरेन, संजय मांझी, लोबिन टुडू, दीपक हांसदा, गणेश साव, जीतु ठाकुर, जुगेश बेदिया, मो. शमीम, चुरामन बेदिया, संजय साव, मो. कलाम, अजय महली, अशोक बेदिया, रॉकी मांझी, रिजवान राइन, मिन्हाज राइन, निशार राइन, फिरोज राइन, रमेश सोरेन, राजेश साव आदि शामिल थे।