कॉलेज की जमीन बचाने को तंबू के नीचे गुजर रही रात
संवाद सहयोगी रामगढ़ शिक्षण संस्थानों पर अपनी नजर रखने वाले भू-माफिया को अब अपनी मुंह की
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : शिक्षण संस्थानों पर अपनी नजर रखने वाले भू-माफिया को अब अपनी मुंह की खानी ही पड़ेगी। छात्र अब तंबू लगाकर ध्वस्त चारदीवारी निर्माण स्थल पर ही रात गुजार रहे हैं। उनके साथ स्वयं प्राचार्य डॉ. मिथिलेश सिंह भी रात भर जगकर छात्रों का हौसला बढ़ा रहे हैं। खाना भी वहीं पर बनाकर खा रहे हैं। इस कार्य में जिला प्रशासन ने भरपूर सहयोग किया है। जिला प्रशासन ने तीन दिनों के लिए दंडाधिकारी सहित पुलिस बल को वहीं पर कैंप कर रहने का आदेश दिया है। इससे छात्र संगठन के छात्र नेताओं सहित शिक्षकों का हौसला भी बढ़ा हुआ है। काजू बगान के जमीन को विवाद से बचाने के लिए वहां पर कॉलेज परिवार ने भवन निर्माण कार्य शुरू करवा दिया है। इस कार्य में मजदूरों के साथ छात्र भी उत्साह के साथ ईंट ढुलाई से लेकर हर सहयोग कर रहे है, ताकि भवन का निर्माण जल्द हो जाए। भवन निर्माण होने के बाद वहां पर निर्धन छात्रों को रहने के लिए दिया जाएगा। ताकि वहां वे रहकर पढ़ाई कर सके। इधर ध्वस्त चारदीवारी निर्माण होने के बाद से छात्र-छात्राओं में काफी हर्ष का माहौल व्याप्त हो गया है। इधर, छात्र संगठन के छात्र नेताओं ने कॉलेज के पुस्तकालय के बगल से बनाया गया अवैध रास्ता जो इन दिनों व्यवसायिक रास्ता का रूप ले चुका है, उसे तत्काल बंद कर कैंपस सुरक्षित करने की मांग भी प्रशासन से कर रहे है। ताकि रामगढ़ कॉलेज की पहचान अपने नाम के अनुरूप बनी रहे।
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रामगढ़ कॉलेज यहां रहने वाले लोगों का है। इसकी सुरक्षा उन्हीं के कंधों पर है। कॉलेज में सभी लोगों का सहयोग होना चाहिए। यह शिक्षण संस्थान हैं यहां पर बच्चों का भविष्य गढ़ा जाता है। अगर यहीं सुरक्षित नहीं रहेगा तो बच्चों का भविष्य तो अंधकार मय हो जाएगा।
-डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह, प्राचार्य, रामगढ़ महाविद्यालय।