दर्जनों किसानों को दिखाया गया लाइव प्रसारण
प्रधानमंत्री मोदी नौ राज्यों के नौ जिलों के किसानों से हुए रूबरू।
रामगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों से सीधे संवाद कार्यक्त्रम को सुनकर जिले के किसान उत्साह से लबरेज दिखे। हालाकि प्रधानमंत्री से जिले के किसानों को रूबरू होने का मौका नहीं मिल पाया। लेकिन यहा के प्रगतिशील किसानों को इसका तनिक भी मलाल नहीं रहा। ऐसे किसानों को उत्साह इस बात को लेकर था कि वे सीधे प्रधानमंत्री की बातों को सुन रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने नौ राज्यों के नौ जिलों के किसानों से करीब डेढ़ घटे तक बात की। समाहरणालय के एनआईसी काफ्रेंस हॉल में ग्यारह किसान प्रधानमंत्री से रूबरू होने पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों की अपेक्षा उन्होंने दोगुना यानी दो लाख बारह हजार करोड़ का कृषि का बजट का प्रावधान किया। जिसका नतीजा है कि अब तक सबसे ज्यादा उत्पादन करीब दो सौ 80 मिलियन टन हुआ। पिछले 48 महीनों के
कार्यकाल में फल, सब्जी, दूध का रिकार्ड उत्पादन हुआ। उन्होंने बताया कि
दलहन के उत्पादन में 10.5 फीसद की वृद्धि हुई। इसी तरह बागवानी फसलों के
उत्पादन में 15 फीसद, नीली क्त्राति में 26 प्रतिशत तथा पशुपालन व दूध
उत्पादन में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उनकी सरकार किसानों को लागत का
डेढ़ गुणा मूल्य बाजारों में खरीदारी के लिए तय करेगी। इसके तहत लेबर
कास्ट, जानवरों का किराया, बीज, खाद, सिंचाई, रेवेन्यू अगर जमीन लीज पर
है, के हिसाब से डेढ़ गुणा तय करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र
मोदी ने सिंचाई के लिए प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत
हर खेत को 2022 तक पानी देने की घोषणा की। सिंचाई के कारण ही 20 लाख
हेक्टेयर अधिक जमीन पर खेती होने लगी।
कहा कि किसानों को युद्ध स्तर पर क्त्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है।
अब उर्वरक की कालाबाजारी नहीं होती। किसानों के लिए ई एनएएमई नाम से
पोर्टल बनाया है। पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य
पर किसान अपने उत्पाद बेच पाएंगे। इसी तरह जीआरएएम यानी ग्रामीण रिटेल
एग्रीक्लचर मार्केट के तहत पाच-से सात किमी. की दूरी में किसानों के लिए
बिक्त्री केंद्र उपलब्ध कराया जाएगा।
कौन-कौन किसान हुए शामिल :
एनआईसी में प्रधानमंत्री का कार्यक्त्रम देखने वालों में माडू की
किसान रेखा कच्छप, मनीषा हासदा, सुरेश कुमार महतो, वासुदेव गंझू,
फुलेश्वर प्रजापति, सुरेश करमाली, गोला के विजय कुमार ओझा, उपेंद्र महतो,
भुनेश्वर महतो, रचिया महतो पतरातू के सब्जनाथ बेदिया शामिल हुए। इनके साथ
कृषि विज्ञान केंद्र माडू के प्रभारी डॉ. डी के राघव, डॉ. इंद्रजीत, डॉ.
धर्मजीत खैरवार व सन्नी कुमार शामिल थे।