घूरती रथ पर नौ दिनों बाद मौसीबाड़ी से घर लौट भगवान जगन्नाथ
नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नं 26 कैथा में रथयात्रा महोत्सव में घूरती।
संवाद सहयोगी, रामगढ़ : नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नं 26 कैथा में रथयात्रा महोत्सव में घूरती रथ भक्तिमय माहौल में बुधवार को संपन्न हो गया। परंपरानुसार नौ दिन बाद भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा मौसीबाड़ी में अस्वस्थ होकर आराम कर रहे थे। नौ दिनों बाद घूरती रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र मुख्य मंदिर को पहुंचे। यहां पर पुजारी डॉ. बीएन चटर्जी ने विधि-विधान के साथ पूजन कर तीनों विग्रहों को मुख्य गद्दी पर विराजमान किया। साथ ही आरती कर भगवान को भोग लगाया। इधर आयोजन समिति सदस्यों ने कोरोना महामारी से बचाव को लेकर जारी सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए कुछ सदस्य घूरती रथ को खींचकर मौसीबाड़ी से मुख्य मंदिर तक पहुंचाया। आयोजन समिति अध्यक्ष देवधारी महतो ने कहा कि जारी देशव्यापी लॉकडाउन में शारीरिक दूरी का पालन व मास्क लगाकर सीमित लोग घूरती रथयात्रा में शामिल हुए। नौ दिनों के बाद भगवान मौसीबाड़ी से मुख्य मंदिर को लौटे है। समिति सचिव राजेश कुमार महतो ने कहा कि जिला प्रशासन के निर्देशों का अक्षरश: पालन करते हुए घूरती रथयात्रा संपन्न हुआ। भगवान के मुख्य मंदिर लौटने पर पूर्व की भांति प्रतिदिन पूजन होगा। कैथा रथयात्रा इतिहास में पहली दफा बगैर मेले के रथयात्रा और घुरती रथयात्रा संपन्न हुआ। मुख्य पुजारी बीएन चटर्जी ने कहा कि कैथा रथयात्रा महोत्सव 1950 से चला आ रहा है। विधिनुसार मौसीबाड़ी जाने के नौ दिन बाद मुख्य मंदिर को भगवान लौटे है।
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समिति के ये थे मौजूद
समिति अध्यक्ष डॉ. बीएन चटर्जी, वार्ड पार्षद देवधारी महतो, सचिव राजेश कुमार महतो, आशुतोष चटर्जी, संजय करमाली, रूपेंद्र महतो, माधव करमाली, किस्टो महतो, गणेश महतो, रतनलाल महतो, परितोष चटर्जी, राजकुमार महतो, अमित दास, राजेश महतो, अजय आस्था, पप्पू कुमार, दिपावली चटर्जी, जोशना, सुकनू देवी, कृष्णा, ट्विकल, निशान्त चटर्जी, संजय महतो, संदीप महतो, तरुण नायक, नीतीश कुमार, केशरलाल महतो, प्रकाश कुमार आदि मौजूद थे।