सरहुल शोभायात्रा में उमड़ी भीड़
लाल आदि ने संबोधित किया। --
भुरकुंडा : केंद्रीय मिलन सरहुल पूजा समिति द्वारा बुधवार को केंद्रीय सरहुल पूजा महोत्सव सह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसकी शुरूआत केंद्रीय पाहन देवलाल मुंडा द्वारा पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर की गई। समारोह मे कोयलांचल के विभिन्न सरहुल पूजा समिति गाजे-बाजे के साथ भव्य जुलूस के शक्ल में रीवर साईड भुरकुंडा स्थित सरना स्थल पहुंचे। यहां दर्जनों गांव के जुलूस का मिलान हुआ। इस दौरान प्रकृति उपासक मांदर की थाप पर जमकर थिरके। इसके बाद जुलूस गाजे-बाजे के साथ नाचते-गाते बिरसा चौक, सयाल मोड़, पटेल नगर, पेट्रोल टंकी, भुरकुंडा बिरसा चौक, जनता टॉकीज, भुरकुंडा बाजार, थाना चौक होते हुए न्यू बैरक सरना स्थल पहुंची। जहां जुलूस का विसर्जन हुआ। मिलन समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्र की समाजसेवी निशि पांडेय ने कहा कि सरहुल प्रकृति के उपासना का पर्व है। जल, जंगल, जमीन बचेगा तभी पर्यावरण संतुलित रहेगा। और प्रदूषण से भी निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरहुल का पर्व एकता व भाईचारगी संदेश देता है। समिति के प्रवक्ता रितिका भोक्ता, रतन देवी, सेरोफिना एक्का, सरिता टोप्पो, ने जुलूस का स्वागत किया। इसके पूर्व सभी अतिथियों का समिति ने पगड़ी बांधकर सम्मानित किया। समारोह को पार्षद अन्नु देवी, पार्षद दर्शन गंझू, पतरातू प्रखंड उपप्रमुख रामाशंकर पांडेय, मुखिया लव कुमार महतो, नारायण नाथ तिवारी, पूर्व जिप उपाध्यक्ष मनोज राम, रंजीत बेसरा, सैनाथ गंझू, जयंत तुरी, बृजकिशोर पासवान, चमन लाल आदि ने संबोधित किया।
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शरबत, चना-गुड व शुद्ध पेयजल का हुआ वितरण
सरहुल जुलूस को लेकर रीवर साईड सरना स्थल से जुलूस के विभिन्न मार्गो में स्टॉल लगाकर कई संस्थाओं ने शरबत, पानी और चना-गुड का वितरण किया। सयाल मोड में वेंकेटेश स्पंज फैक्ट्री लपंगा-चोरघरा ने स्टॉल लगाकर शरबत और चना-गुड का वितरण किया। वितरण में कमल केडिया, अंकित केडिया, मनीष शर्मा, ए सरकार, राजेश मंडल, जितेन्द्र चौधरी, मनोनित चौधरी, जीतू त्रिपाठी, विपुल तिवारी, दीपक आदि शामिल थे।
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सफल बनाने में इनका रहा योगदान
सरहुल महोत्सव को सफल बनाने में सफल बनाने में विश्वनाथ करमाली, राजेश महली, संजय लिडा, राजन करमाली, पात्रिक मिज, राजकुमार गौड़, रवि उरांव, मिथिलेश टुडू, संतोष उरांव, संजयनाथ करमाली, विष्णु खरवार, विजय तिर्की, मिन्टू मुंडा, विक्रम करमाली, उमेश करमाली, उमेश मुंडा, गोविन्द बड़ाईक, कुंदन करमाली, पिन्टू नायक, बरतू उरांव, सुरेश रजवार, अमित कच्छप, सुनील नायक, राजेन्द्र मुंडा, मनोज मुंडा, मुकेश कुमार, छोटू महली, सुरल करमाली, साहील, मो. नौशाद, उमेश मुंडा, संतोष मांझी, मार्गेट खलखो, प्रेमी सलोनी, रासेल तिग्गा, जसबीन, रतन देवी आदि का योगदान रहा।