शीश के दानी महाबली दानी, श्याम तेरा जयकारा
भुरकुंडा : पटेलनगर भुरकुंडा स्थित श्री अग्रसेन भवन में चल रहे सप्तम श्री श्याम महोत्सव का शु
भुरकुंडा : पटेलनगर भुरकुंडा स्थित श्री अग्रसेन भवन में चल रहे सप्तम श्री श्याम महोत्सव का शुक्रवार की अहले सुबह इत्र वर्षा व पुष्प होली के साथ समापन हुआ। इसके पूर्व गुरुवार को श्याम पाठ सहित अन्य कई धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन हुआ। अंतिम दिन पूजा-अर्चना व अखंड श्याम पाठ में श्रद्धालु महिला-पुरूष व बच्चों का तांता लगा रहा। श्याम महोत्सव में पूजा-अर्चना के बाद श्याम पाठ, अखंड ज्योत महाभोग, श्रृंगार आरती, संध्या आरती व शयन आरती का भी आयोजन हुआ। पूरे दिन श्याम पाठ, नमन आरती, श्याम चालीसा व श्याम चौरासी से पूरा क्षेत्र भक्ति के सागर में डूब गया। महोत्सव को लेकर श्याम दरबार को फूलों, गुब्बारों एवं अन्?य आकर्षक माध्?यम से सजाया गया था। और सभी भगवान की प्रतिमाओं का विशेष श्रृंगार किया गया। महोत्सव में श्री श्याम प्रभु खाटू वाले का विशेष श्रृंगार फूलों, फल एवं मेवा से किया गया जो काफी आकर्षक था। महोत्सव के दौरान श्याम सखा के सदस्यों की एक समान परिधान देखते बन रही थी। श्री श्याम भक्त भजनों की मधुर धुनों पर श्याम रंग में सराबोर होकर पूरी रात झूमते-गाते दिखें। पूरे क्षेत्र को आकर्षक विद्युत झालरों एवं ध्वजाओं से सजाया गया था। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय हो गया और सभी लोग श्री श्याम प्रभु के रंग में डूबते चले गए। मुख्य यजमान ने श्याम बाबा की सेवा में छप्पन भोग लगाया। पुष्प की होली, इत्र वर्षा के पश्चात महाआरती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की समाप्ति पर माखन-मिश्री, खीर, चूरमा, शाही पान, छप्पन भोग प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम में रांची, बोकारो, धनबाद, फुसरो, हजारीबाग, रामगढ़ सहित भुरकुंडा, जवाहर नगर, पतरातू, पटेलनगर, रीवर साईड, बिरसा चौक, भदानीनगर के सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।
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श्याम भजनों पर जमकर झूमे श्रद्धालु
कीर्तन की है ये रात, बाबा आज थाने आनो है..., सांवरे की महफिल को सांवरे सजाता है..., जब से मिली शरण की मेरे दिन बदल गए..., श्याम बाबा की जयकार बालो जी बोलो, सांवली सुरत पर मोहन दिल दिवाना हो गया.., हम हारे हारे, तुम हारे के सहारे..., दिनानाथ मेरी बात धानी कोनी आदि मनमोहक भजनों से पूरा क्षेत्र भक्ति के सागर में डूब गया। श्याम भजनों पर रातभर श्रद्धालु महिला-पुरूष जमकर झुमें। श्याम महोत्सव में देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे भजन सम्राटों ने श्रोताओं को श्याम भजनों पर जमकर झुमाया। जयपुर के मनीष गर्ग ने मेरी औकाद से ज्यादा तुमने दिया, खर्चो भेज दे सांवरिया, चांदनी ग्याहारस को लागे खाटू श्याम को मेले, कोलकाता की स्वाति अग्रवाल ने कोख में न मारो बेटिओं, सांवली सुरत में मोहन दिल दिवाला हो, सांवले की मुरली कमाल कर गई, कोलकाता के ही राज व गुरू ने खाटू न जाउं तो जी घबराता है आदि भजनों से श्रोताओं को भक्ति के सागर में डूबो दिया। रातभर श्यामभक्त झुमते रहें।
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बाबा के दरबार में इन लोगों ने भी टेका मत्था
श्याम महोत्सव में राज्य बीस सूत्री उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय, क्षेत्र की समाजसेवी निशी पांडेय, आजसू के केंद्रीय महासचिव रौशन लाल चौधरी, विधायक प्रतिनिधि अम्बा प्रसाद, उपप्रमुख रामाशंकर पांडेय, विमल बुधिया, दिलीप दांगी, सुखदेव प्रसाद, राजकिशोर पांडेय, जगतार ¨सह, धीरज पाठक, निशांत ¨सह, हरिनारायण साहनी, बलजीत ¨सह, विष्णु पोद्दार, दीपक मेवाड़, इंदर अग्रवाल, मुरारी अग्रवाल, विजय पोद्दार, अनिल गर्ग, अनिल छाबड़ा, महेंद्र अग्रवाल ने माथा टेका। --------------
झांकी ने मोहा मन
श्याम महोत्सव में कृष्ण के गोवर्धन पर्वत उठाने की झांकी आकर्षण का केंद्र रहा। इतिहास में जब पूरा शहर भारी बारिश से डूबने लगता है तो कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाते हैं और नगरवासियों की रक्षा करते हैं। इसी झांकी को थरमोकोल, लाईट व मूर्तियों के सहारे अनुपम रूप में खुबसूरती से दर्शाया गया था। --
महोत्सव में मुख्य यजमान के रूप में ये हुए शामिल
श्री श्याम प्रभु का संकीर्तन प्रारम्भ करने से पूर्व बाबा की पावन ज्योत मुख्य यजमान प्रवीण राजगढि़या व पत्नी करुणा राजगढि़या, श्याम अग्रवाल एवं मीना देवी शामिल हुए। ज्योत प्रज्जवलित कर कमल बागड़िया द्वारा श्याम चौरासी एवं गणेश वन्दना के साथ संकीर्तन का शुभारम्भ हुआ।
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महोत्सव को सफल बनाने में इनका रहा विशेष योगदान
षष्टम श्री श्याम महोत्सव के सफल आयोजन में उमेश राजगढि़या, सुनील अग्रवाल, अजय अग्रवाल, उत्तम शर्मा, विजय बंसल सहित निर्मल अग्रवाल, रवि अग्रवाल, कमल बंसल, विजय शर्मा, अमृत अग्रवाल, रूपेश अग्रवाल, मोनू अग्रवाल, संजय अग्रवाल, जयकिशन सोनी, श्रवण गोयल, विनोद शर्मा, मनोज शर्मा का आदि का योगदान रहा।