आरपीएफ ने दिल्ली ले जाई जा रही रही चार लड़कियों को मुक्त कराया, दो धराए
संवाद सूत्र बरकाकाना (रामगढ़) बरकाकाना स्टेशन में आरपीएफ ने झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप
संवाद सूत्र, बरकाकाना (रामगढ़) : बरकाकाना स्टेशन में आरपीएफ ने झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस
ट्रेन से दिल्ली ले जाई जा रहीं चार लड़कियों को मुक्त करा लिया है। इनमें दो नाबालिग तथा दो बालिग हैं। वहीं मानव तस्करी के आरोप में एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी लड़कियों को कामडारा (गुमला) से लेकर दिल्ली में 10-10 हजार रुपये में बेचने की योजना थी। आरपीएफ बरकाकाना ने मंगलवार को कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद चारों लड़कियों सहित मानव तस्करी के दोनों गिरफ्तार आरोपितों को गुमला कामडारा थाना की पुलिस को सुपुर्द कर दिया है।
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपितों ने स्वीकार किया है पहले भी वे लोग गुमला, खूंटी, सिमडेगा सहित अन्य जिलों से नौकरी दिलाने के नाम पर लड़कियों को दिल्ली ले जाकर बेच चुके हैं।
बरकाकाना आरपीएफ पोस्ट के आरक्षी निरीक्षक एम रमेश ने बताया कि रामगढ़ रेलवे सुरक्षा बल आउटपोस्ट प्रभारी द्वारा बरकाकाना आरपीएफ पोस्ट को जानकारी दी गई कि झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस संख्या 02583 अप की बोगी संख्या एस-7 में मानव तस्करों द्वारा कुछ लड़कियों को दिल्ली ले जाया जा रहा है। सूचना पर बरकाकाना आरपीएफ पोस्ट के सहायक उपनिरीक्षक कृष्णा राय ने उक्त बोगी में चढ़कर पूछताछ की। इसके बाद बरकाकाना आरपीएफ पोस्ट के उपनिरीक्षक निरंजन कुमार व महिला उप निरीक्षक स्मृति दत्ता ने एस-7 बोगी में छापेमारी की। इस दौरान गुमला जिला के कामडारा थाना क्षेत्र की चार लड़कियों को बरामद किया गया। उनकी आयु क्रमश: 14 वर्ष, 16 वर्ष एवं दो की 18 वर्ष है।
वहीं मानव तस्करी के आरोप में मंजू होरो (19 वर्ष) व सोमरा मुंडा (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन लोगों से गहनता से पूछताछ की गई। दोनों ने बताया कि लड़कियों को दिल्ली पहुंचाने के एवज में दस हजार रुपये मिलते हैं। उनसे बरकाकाना आरपीएफ पोस्ट में पूछताछ के बाद सभी लड़कियों और मानव तस्करी में संलिप्त लोगों को कामडारा थाना पुलिस को को सौंप दिया गया है। बरकाकाना आरपीएफ के जवानों की मुस्तैदी के कारण आदिवासी परिवार की लड़कियां बिकने से बच गईं।