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डाक विभाग की उपयोगिता आज भी बरकरार : शालिनी

संवाद सहयोगी, रामगढ़ : स्टांपफेस्ट रामगढ़ 201

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 10:24 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 10:24 PM (IST)
डाक विभाग की उपयोगिता आज भी बरकरार : शालिनी
डाक विभाग की उपयोगिता आज भी बरकरार : शालिनी

फोटो : 16, डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन करती डाक विभाग की महाध्यक्ष। कहा, डाक टिकटों का संग्रह विश्व के सबसे लोकप्रिय शौक में से एक

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डाक टिकट भी देश के विरासत की है चित्रमय कहानी संवाद सहयोगी,

रामगढ़ : स्टांपफेस्ट रामगढ़ 2018 की ओर से सोमवार को जिला स्तरीय डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन डाक विभाग की मुख्य महाध्यक्ष शशि शालिनी कुजूर व डीएवी हजारीबाग जोन की क्षेत्रीय निदेशक सह डीएवी बरकाकाना की प्राचार्य डॉ. उर्मिला ¨सह, जिला परिषद अध्यक्ष ब्रह्मदेव महतो व नगर परिषद उपाध्यक्ष मनोज कुमार महतो ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर व फीता काटकर किया।

मौके पर डाक विभाग की महाध्यक्ष शशि शालिनी कुजूर ने कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर में विभिन्न माध्यमों से डाक विभाग प्रयासरत है। डाक टिकटों का संग्रह विश्व के सबसे लोकप्रिय शौक में से एक है। डाक टिकट का संग्रह हमें स्वाभाविक सीखने को प्रेरित करता है। इसलिए इसे प्राकृतिक शिक्षा उपकरण कहा जाता है। इसके द्वारा प्राप्त ज्ञान हमें मनोरंजन के माध्यम से मिलता है। डाक टिकट बिक्री भी देश विरासत की चित्रमय कहानी है। उन्होंने विद्यालय के प्राचार्य व शिक्षकों से बच्चों को डाक टिकटों के संग्रह के बारे में जानकारी देने की अपील की। कहा कि, इससे छात्र-छात्राओं का विभिन्न तरह का ज्ञान का संचार हो सके। इस क्रम में डीएवी पब्लिक स्कूल एनटीएस बरकाकाना के विद्यालय पर तथा दामोदर-भैरवी नदी के संगम पर विशेष आवरण का विमोचन किया गया। इस दौरान चित्रकला प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ। जिसमें विभिन्न स्कूलों के करीब सौ बच्चे शामिल हुए। मंगलवार को क्विज का आयोजन किया गया है। इसमें विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. संजय ¨सह, स्वागत भाषण डाक अधीक्षक हजारीबाग सत्यवीर मंडल तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक डाक अधीक्षक एस गोरई ने किया। मौके पर श्री गुरुनानक पब्लिक स्कूल के चेयरमैन इंद्रपाल ¨सह सैनी, डाक निरीक्षक एम के मिश्रा, एस के ¨सह, अमर प्रताप ¨सह, डाकपाल एस के ¨सह, जितेंद्र कुमार, नंदन कुमार, सुमंत भारती, अखिलेश कुमार, बबन राम, नसीम अख्तर, सर्वेश कुमार, सुचित्रा कुमारी, प्रीति गुप्ता, रविश कुमार, राजेश कुमार, चंदन कुमार, प्रमोद कुमार, अरज लाल आदि उपस्थित थे।

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प्रदर्शनी में लगी हैं करीब बारह सौ डाक टिकटें

रामगढ़ : प्रदर्शनी में सोमवार को करीब बारह सौ डाक टिकट लगवाई गई है। बोकारो के फ्लैटरलिस्ट सतीश कुमार व प्रभात रंजन ने कई विषयों पर डाक टिकट की प्रदर्शनी लगाई। इसका मुख्य थीम बाल दिवस, भारतीय सिनेमा, शैक्षणिक संस्थान, तितली प्रमुख हैं। इसके अलावा प्रथम दिवस आवरण, विशेष आवरण, बहुत सारे कार्ड की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। बताया गया कि पहला स्टांप इंडिया एशिया दोनों का ¨सध डाक 1852 में जारी हुआ। 1854 से डाक प्रणाली की शुरूआत हुई जो आज तक जारी है। 1854 में पहला लेटर बाक्स लगाया गया, पहला लिफाफा 1856 में जारी हुआ, पोस्ट कार्ड की शुरूआत भारत 1879 में हुआ। आजाद भारत में सबसे पहला स्मृति डाक टिकट 15 अगस्त 1948 को जारी किया गया। उस दौरान चार डाक टिकटों की श्रृंखला थी। जिसमें महात्मा गांधी को दर्शाया गया है। इसकी छपाई स्वीटजरलैंड में हुई थी। देश की आजादी के बाद डाक विभाग द्वारा करीब साढ़े तीन हजार स्मृति डाक टिकट जारी की गई है। इस प्रदर्शनी में ¨सध डाक को छोड़कर लगभग सभी डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई है।


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