बड़कागांव पुलिस ने अवैध कोयला लदा डंपर पकड़ा
तिलैया असवा में अवैध खनन कर कोयले का हो रहा था कारोबार फोटो नं. 44 कोयला लदा जप्त डंपर संवाद सूत्र, भुरकुंडा : बड़कागांव पुलिस ने बीती रात्रि थाना क्षेत्र के उरेज मोड़ के पास अवैध कोयला लदा डंपर पकड़ा है। मामले पर चालक-उपचालक, डंपर मालिक सहित छह लोगों पर बड़कागांव थाना में कोल माइंस एक्ट व इंडियन फोरेस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार बड़कागांव थाना के सअनि अरूण कुमार हेम्ब्रम को बीती रात्रि सूचना मिली थी कि उरेज गांव निवासी श्याम ठाकुर द्वारा तिलैया जंगल से कोयले का अवैध खनन कर साइकिल के माध्यम से डंपर में लोड किया जा रहा है। इसके बाद सशस्त्र बल के साथ पुलिस उरेज मोड़ पहुंची तो
भुरकुंडा : बड़कागांव पुलिस ने बीती रात थाना क्षेत्र के उरेज मोड़ के पास अवैध कोयला लदा डंपर पकड़ा है। मामले पर चालक-उपचालक, डंपर मालिक सहित छह लोगों पर बड़कागांव थाना में कोल माइंस एक्ट व इंडियन फोरेस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार बड़कागांव थाना के सअनि अरूण कुमार हेम्ब्रम को बीती रात्रि सूचना मिली थी कि उरेज गांव निवासी श्याम ठाकुर द्वारा तिलैया जंगल से कोयले का अवैध खनन कर साइकिल के माध्यम से डंपर में लोड किया जा रहा है। इसके बाद सशस्त्र बल के साथ पुलिस उरेज मोड़ पहुंची तो देखा कि (जेएच02पी-0456) नंबर की डंपर तेज गति से आ रहा था। रोकने का इशारा करने पर वह गाड़ी को और तेजगति से भगाने लगा। इसके बाद उसका पीछा कर डंपर को पकड़ा गया। तथा ट्रक के चालक तालाटांड़ निवासी शनिचरवा मुंडा व उपचालक परेदशी मुंडा से कोयले के कागजात मांगी गई। पूछताछ करने पर पुलिस ने पाया कि अवैध गाड़ी में अवैध कोयला लोड है। चालक व उपचालक ने पूछताछ में बताया कि डंपर चतरा के किरीगढ़ा निवासी मिथिलेश ¨सह की है। तथा उसपर लदा कोयला उरेज निवासी श्याम ठाकुर का है। पूछताछ में यह भी पता चला कि कांके रांची निवासी अर्जुन ¨सह व तोरपा पतरातू निवासी बिरेंद्र साव की भी इसमें संलिप्ता है। इन सभी पर कोल माइंस एक्ट के तहत बड़कागांव थाने में मुकादमा दर्ज किया गया है। अवैध कोयले लदे डंपर को जप्त कर बड़कागांव थाना लाया गया है।
असवा-तिलैया जंगल में चल रहा है अवैध कोयले का कारोबार
पुलिस सूत्रों के अनुसार कोयले का यह अवैध धंधा पिछले कई माह से फल-फूल रहा है। असवा-तिलैया जंगल में अवैध माइ¨नग कर कोयले की निकासी की जा रही है। साइकिल से नियत जगह पर पहुंचा वहां डंपर में लोड किया जाता है। इसके बाद कोयला हजारीबाग या रांची के लिए रवाना हो जाता है। सूत्रों की माने तो इसमें और कई लोगों की मिलीभगत है। अब तो जांच के बाद भी पता चल पाएगा कि इस कोयले के अवैध कारोबार में कितने लोग शामिल हैं।
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दो-तीन माह से चल रहा था गोरख धंधा : परमानंद मेहरा
मामले पर बड़कागांव थाना प्रभारी परमानंद मेहरा ने बताया कि कोयले का यह गोरख धंधा पिछले दो-तीन माह से चल रहा था। उन्होंने बताया कि उरीमारी क्षेत्र के तिलैया जंगल में अवैध माइ¨नग कर यह कोयले का अवैध कारोबार हो रहा था। श्री मेहरा ने बताया कि प्रतिदिन तीन-चार डंपर कोयला उरीमारी के तिलैया जंगल से निकलकर बड़कागांव होते हुए हजारीबाग की ओर जाता था। जाल बिछाकर छापामारी की गई। घटना के दिन भी कई डंपर पहली डंपर पकड़ाने के बाद इधर-उधर जंगल में छिप गए। उन्होंने कहा कि जांच-पड़ताल में यह पता चला है कि इस अवैध धंधे में श्याम ठाकुर, मिथिलेश ¨सह, अर्जुन ¨सह, बिरेंद्र साव सहित कई अन्य लोग भी शामिल हैं। किसी को भी बक्सा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में कोयले का अवैध कारोबार नहीं होने दिया जाएगा।