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जांच में दोषी पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाई : एसपी

संवाद सूत्र रजरप्पा(रामगढ़) बड़कीपोना में रावण दहन के दौरान ग्रामीण व पुलिस के बीच है7

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 07:54 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 07:54 PM (IST)
जांच में दोषी पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाई : एसपी
जांच में दोषी पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाई : एसपी

संवाद सूत्र, रजरप्पा(रामगढ़) : बड़कीपोना में रावण दहन के दौरान ग्रामीण व पुलिस के बीच हुई झड़प व पुलिसिया कार्रवाई के दौरान गत बुधवार की रात एक बुजुर्ग महिला उमानो देवी की मौत होने के बाद उपजे विवाद व ग्रामीणों के आक्रोश के मद़्देनजर शांति व्यवस्था बनाने को लेकर शनिवार को रजरप्पा थाना परिसर में एसपी प्रभात कुमार की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई। बैठक रामगढ़ विधायक ममता देवी, मुख्यालय डीएसपी संजीव कुमार मिश्रा, रजरप्पा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार, चितरपुर सीओ तृप्ति विजया कुजुर के साथ बड़कीपोना के ग्रामीण व विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। एसपी प्रभात कुमार ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि ग्रामीणों को डरने की जरूरत नही है, परंतु जो दोषी है उन्हें बक्शा नहीं जाएगा। ग्रामीणों से आग्रह है कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच शांति का समन्वय स्थापित करें। कहा कि बुजुर्ग महिला की मृत्यु को ले जांच की टीम गठित की गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने कहा कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान एक-एक पुलिसकर्मी को 10-10 लोग मिल कर मारे हैं। उसमें भी मारने वाला में केवल पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी शामिल थीं। जो कि यह बहुत ही दुखद है। बैठक में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर, जिला पार्षद पवन कुमार शर्मा, आहजसू के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अमृतलाल मुंडा, झामुमो नेता चित्रगुप्त महतो, राजेन्द्रनाथ चौधरी, हाजी अख्तर आजाद, लक्ष्मण महतो, अरविद कुमार, मुकेश यादव गोला थाना प्रभारी सिद्धांत कुमार, गोला इंस्पेक्टर विद्याशंकर आदि मौजूद थे

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घटना सोची समझी साजिश नहीं, महज एक हादसा : ममता

ं विधायक ममता देवी ने कहा कि 16 अक्टूबर की हुई घटना सोची समझी साजिश नहीं थी, महज एक हादसा था। रावण दहन कार्यक्रम के दौरान हुई घटना के बाद जितने भी लोगों को पुलिस ने उठाई है, उन्हें घटनास्थल से नहीं, बल्कि उनके घरों में जाकर लाई गई है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह की 71 नामजद अभियुक्त है उन्हें सुपरविजन के आधार पर निर्दोषों छोड़ा जाए। साथ ही जो दो सौ अज्ञात लोग हैं। उनमें से एक को भी इस मामले में न जोड़ा जाए। और जो 26 लोगों को जेल भेजा गया है। उनमें निर्दोषों को न्यायालय के प्रावधानों के तहत छोड़ा जाए।

प्रशासन का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण: जिला पार्षद

जिला पार्षद गोपाल चौधरी ने कहा की प्रशासन का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। कोरोना गाइड लाइन पूरे जिला में थी। परंतु कई जगहों में रावण दहन का कार्यक्रम किया गया। मगर कही ऐसी स्थिति उत्पन्न नही हुई। परंतु ये भयावह स्थिति बड़की पोना गांव में हुई है। ये बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है।


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