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अपहरण का प्रयास मामले में माइंस रेस्क्यू के उप कार्मिक प्रबंधक सहित सात को भेजा जेल

मजदूर नेता के घर पर हमला व अपहरण के प्रयास के मामले में सीसीएल माइंस रेस्क्यू के उप कार्मिक प्रबंधक समेत सात लोगों ने रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 07:12 PM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 07:12 PM (IST)
अपहरण का प्रयास मामले में माइंस रेस्क्यू के उप कार्मिक प्रबंधक सहित सात को भेजा जेल
अपहरण का प्रयास मामले में माइंस रेस्क्यू के उप कार्मिक प्रबंधक सहित सात को भेजा जेल

फोटो 05- गिरफ्तार आरोपित उप कार्मिक प्रबंधक व अन्य को जेल भेजती पुलिस।  

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मजदूर नेता की शिकायत पर रामगढ़ पुलिस ने की कार्रवाई

जागरण संवाददाता, रामगढ़ : राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का एरिया सचिव एवं करमा प्रोजेक्ट के ओवरमैन राजकुमार ठाकुर के आवास पर हमला कर अपहरण करने का प्रयास करने के मामले में पुलिस ने रविवार को सीसीएल माइंस रेस्क्यू के उप कार्मिक प्रबंधक निखिल श्रीवास्तव सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

जेल भेजे जाने वालों में निखिल श्रीवास्तव के अलावा दुसाध मुहल्ला निवासी शहंशाह खान, अमन खान, वकील मंसूरी, मो जफर, फुसरो निवासी मो. तसलीम व बोकारो निवासी राजा खान शामिल हैं। राजुकमार ठाकुर ने शनिवार को उप कार्मिक प्रबंधक निखिल श्रीवास्तव सहित छह अन्य पर आरोप लगाया था कि उनके आवास पर पहुंचकर उनलोगों ने हमला कर अपहरण करने का प्रयास किया। वे लोग एकजुट होकर पहुंचे एवं दरवाजा खटखटाने लगे। इसकी सूचना उन्होंने फोन से अपने साथियों व रामगढ़ पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस माइंस रेस्क्यू पहुंची। वहां से निखिल श्रीवास्तव सहित सात लोगों को हिरासत में लेकर रामगढ़ थाना ले आई। बताया गया कि ट्रेड यूनियन नेता एवं अधिकारी के बीच क्वार्टर खाली करने को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों ने एक - दूसरे के खिलाफ कई बार वरीय अधिकारियों से शिकायत की थी। राजकुमार ठाकुर का करीब तीन साल पूर्व करमा प्रोजेक्ट में तबादला हो गया है। लेकिन अब तक उन्होंने क्वार्टर खाली नहीं किया है। उप कार्मिक प्रबंधक द्वारा दबाव बनाया जा रहा था। निखिल श्रीवास्तव ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि राजकुमार ठाकुर का माइंस रेस्क्यू से तबादला होने के बावजूद क्वार्टर खाली नहीं कर रहे थे। क्वार्टर खाली करने का निर्देश देने पर उन्हें धमकी दी गई थी। इस संबंध में वे दो बार रामगढ़ थाने में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा चुके हैं। लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।


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