मल्लिकार्जुन हत्याकांड में बड़ा खुलासा, जानिए; किसने कराई हत्या
भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के सेंट्रल सौंदा में गत 12 जुलाई की रात मैनेजर मल्लिकार्जुन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
संवाद सहयोगी, रामगढ़। सीसीएल उरीमारी बिरसा प्रोजेक्ट के आउटसोर्सिँग कंपनी बीजीआर के मैनेजर मल्लिकार्जुन हत्याकांड का खुलासा घटना के दस दिन बीत जाने के बाद रविवार को रामगढ़ पुलिस ने कर दिया है। भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के सेंट्रल सौंदा में गत 12 जुलाई की रात मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने एसआइटी का गठन कर मामले का खुलासा करते हुए हत्याकांड में शामिल एक अपराधी को गिरफ़्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के रिवर साइड, ईमली गाछ निवासी साजन अंसारी उर्फ शाहिद, पिता मुस्तक अंसारी है। इसके पास से पुलिस हत्या में प्रयुक्त नाइन एमएम का एक पिस्टल, चार कारतूस व दो मोबाइल बरामद किया गया है।
छत्तरमांडू स्थित पुलिस ऑफिस में रविवार को एसपी ए विजयालक्ष्मी ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए गिरफ्तार अपराधी को मीडिया के समक्ष पेश किया। एसपी ने बताया कि साजन अंसारी ने ही मैनेजर पर गोली चलाई थी। घटना को अंजाम देने में कुल चार अपराधी शामिल थे। फरार तीन अन्य अपराधी दूसरे जिले का है। इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। एसपी ने बताया कि इन अपराधियों का उग्रवादी संगठन व सफेदपोश का भी संरक्षण प्राप्त है। एसपी ने बताया कि साजन अंसारी ने अपने स्वीकोरोक्ति बयान में बताया है कि उग्रवादी संगठन टीपीसी के कहने पर बीजीआर कंपनी ने जेजेएमपी संगठन को लेवी देना बंद कर दिया था। बीजीआर द्वारा जेजेएमपी को लेवी बंद किए जाने कारण ही संगठन के शीर्ष नेता के कहने पर मैनेजर की हत्या की गई है।
एसपी ने बताया कि साजन अंसारी के बरामद मोबाइल से हत्याकांड से जुड़े कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को मिली है। लेवी व रंगदारी को लेकर संगठन के इशारे पर बोकारो, हजारीबाग व रामगढ़ में अन्य कई लोगों की हत्या करने की योजना इनलोगों द्वारा बनाई गई थी। एसपी ने कहा मामले के आगे अनुसंधान जारी है। कांड में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले के विरुद्ध भी पुलिस कार्रवाई करेगी। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार साजन अंसारी के विरुद्ध पतरातू, बोकारो थर्मल व मांडू में आठ अलग-अलग लूट, डकैती व आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज है।
अपराधियों ने गोली मारकर की थी हत्या
भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के सेंट्रल सौंदा बंगला नंबर एक के समीप गुरुवार देर रात बीजीआर माइनिंग एंड इंफ्रा लिमिटेड कंपनी के प्रोजेक्ट हेड (मैनेजर) मुतुकोरू मल्लिकार्जुन (36) की दो अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी। उनके आवास सेंट्रल सौंदा के समीप ही उन्हें गोली मारी गई। बीजीआर कंपनी बिरसा आउटसोर्सिग उरीमारी में कोयला उत्पादन का काम कर रही है। गोली लगने के बाद अफरा-तफरी में मल्लिकार्जुन को भुरकुंडा अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक आंध्र प्रदेश के नेरूल जिले के एलीपालम के रहने वाले थे।
जानकारी के अनुसार, उरीमारी के बिरसा आउटसोर्सिंग कंपनी से काम करके गुरुवार देर रात मैनेजर मुतुकोरू मल्लिकार्जुन अपने सहयोगी मैनेजर, साइट इंचार्ज व ड्राइवर के साथ बोलेरो से उतरकर पीओ बंगला घर पर पहुंचकर गेट का ताला खोल ही रहे थे कि इसी बीच दो अपराधी पैदल आये और उनकी कनपटी में सटाकर गोली मार दी। इसके बाद अपराधियों उनपर ताबड़तोड़ आठ-दस गोली दागते हुए पैदल ही भाग गए। बोलेरो पर सवार बीजीआर के अन्य अधिकारी उस वक्त गाड़ी पर ही सवार थे।
गोली लगने के बाद गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल लाया गया। तबतक उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर एसपी ए विजयालक्ष्मी, मुख्यालय डीएसपी डॉ. वीरेंद्र कुमार चौधरी के अलावा भुरकुंडा, भदानीनगर, बासल, बरकाकाना व पतरातू थाना पुलिस घटनास्थल पहुंची। एसपी स्वयं देर रात तक भुरकुंडा में कैंप कर अपराधियों के बारे में जांच-पड़ताल कर रही है। प्रथम दृष्टया मैनेजर की हत्या रंगदारी व लेवी के कारण किए जाने की बात कही जा रही है।
हत्या के विरोध में ट्रांसपोर्टिंग ठप
बीजीआर के मैनेजर मल्लिकार्जुन की हत्या के विरोध में ट्रांसपोर्टरों ने गुरुवार की देर रात को ट्रांसपोर्टिंग का काम बंद कर दिया। ट्रांसपोर्टरों का कहना था की जब तक पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा नहीं करती, तब-तक काम बंद रहेगा।
आंध्र प्रदेश के कर्मियों में आक्रोश
बीजीआर कंपनी के मैनेजर की हत्या के बाद आंध्रप्रदेश के कर्मियों में काफी रोष है। मैनेजर मल्लिकार्जुन पत्नी व दो बच्चों के साथ सेंट्रल सौंदा पीओ बंगला में रहते थे। घटना के बाद पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।
स्कूटी से आए थे हमलावर
प्रत्यक्षदर्शीयो के मुताबिक दो हमलावर भले पैदल मैनेजर तक पहुचे लेकिन वे स्कूटी से आए थे। हत्या के बाद अपराधी स्कूटी से ही फरार हो गए। वहीं बैकअप देने के लिए भी कुछ अपराधी अगल-बगल में छूपे थे। पुलिस पूरे घटना की जांच-पड़ताल कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पूरे जिले के सीमाओं को पुलिस ने सील कर दिया है। जगह-जगह चेकिंग अभियान जारी है।
नक्सलियों के निशाने पर रहा है बिरसा आउटसोर्सिंग
आउटसोर्सिंग कंपनी नक्सलियों के निशाने पर रहा है। बिरसा कंपनी भी नक्सलियों के निशाने पर रहा है। हालाकि आउटसोर्सिंग कंपनी क्षेत्र में सेटलमेंट करके ही कार्य चालू करते हैं। इस घटना के पीछे नक्सली संगठन जेजेएमपी या इससे टूटे अपराधिक गिरोह का हाथ माना जा रहा है।