पत्नी व बहनों ने दिया शव को कांधा
पांडू : पांडू थाना क्षेत्र के बसडीहा के जगपुरन राम का 3
पांडू,पलामू : पांडू थाना क्षेत्र के बसडीहा के जगपुरन राम का 38 वर्षीय बड़ा पुत्र राजकुमार राम की मौत हिमाचल में हो गई। शव शनिवार को बसडीहा गांव लाया गया। शव को पत्नी व बहनों ने भी कंधा दिया। मौके पर थाना प्रभारी अरुण कुमार शर्मा ने पुष्पअर्पित कर श्रद्धांजलि दी। दाहसंस्कार शनिवार को झांझी नदी के तट पर किया गया।
शव पहुंचते ही गांव में चीत्कार मच गया। सभी की आंखों से आंसू छलक पड़े। मालूम हो कि राजकुमार राम हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के शिलागढ़ में पावर प्लांट में जीआरटी कंपनी में काम करता था। 31 अक्टूबर को काम के दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। अन्य साथी मजदूरों ने उसे स्थानीय गड़सा अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसकी जानकारी पड़ोस के जिले मंडी में ईश्वर कंट्रक्शन में कार्य कर रहे अन्य साथियों को मिली। दूसरे दिन गड़सा अस्पताल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। साथी व रिश्तेदार शंकर कुमार, श्यामदेव राम एवं संजय कुमार ने बताया की कंपनी ने किसी तरह की सहायता नहीं दी है। यहां तक की शव घर ले जाने के लिए खर्च का भी जिम्मा नहीं ले रही थी। अंत में लोगों ने मृतक के घर पर इसकी सूचना दी। परिजनों ने पलामू सांसद वीडी राम, एसपी इंद्रजीत महथा व पांडू थाना प्रभारी को इसकी जानकारी दी। सभी ने हिमाचल प्रदेश के प्रशासन से संपर्क किया। घटना की जानकारी दी। हिमाचल प्रदेश के प्रशासन के दबाव के बाद कंपनी ने शव को घर तक पहुंचाने का जिम्मा लिया। शनिवार की सुबह राजकुमार का शव बसडीहा गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही पूरे टोले में चीत्कार मच गया। इधर पत्नी मंजू देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। पिता जगपुरन राम भी बेटे की मौत से सदमे में है। बताया की घर का कमाऊ लड़का था। परिवार का भरण पोषण के लिए बाहर काम करने गया था। मृतक का एक छोटा भाई बिजेंद्र वह भी बाहर में ही काम करता है। मृतक के तीन नाबालिग लड़के हैं। बड़ा लड़का शशिकांत कुमार पांडू हाई स्कूल के वर्ग दशम का छात्र है। दूसरा माध्य विद्यालय में आठ क्लास में पढ़ता है। छोटा बेटा शिशु विद्या मंदिर में वर्ग चार का छात्र है।
शवयात्रा में कई समाजसेवी, राजनीतिक दल ग्रामीण शामिल थे। पूर्व में भी बसडीहा के तीन लोगों की मौत हिमाचल में हो चुकी है। इसमें कमलेश राम की मौत 2004 काम के दौरान हुई। 2016 में हिमांचल में ही भूस्खलन में नंदा पासवान व लक्ष्मण राम की मौत हो गई थी।