मानकों के विरुद्ध कार्य कर रहे आयुष्मान भारत से जुड़े अस्पताल
जिले में आयुष्मान भारत योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में निर्धारित मानकों के अनुरूप सुविधा नहीं है। कही कही से मोटी राशि लेकर अस्पताल प्रबंधनों के साथ एमओयू किया गया है। यह खुलासा बुधवार को अस्पताल प्रबंध समिति की बैठक में हुआ। इसकी अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष प्रभा देवी ने की। समिति ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए आयुष्मान भारत से जुड़े अस्पतालों का निरीक्षण करने का निर्णय लिया गया। अस्पताल प्रबंधन समिति सदस्य सह जिला परिषद उपाध्यक्ष संजय ¨सह ने कहा जिले में सरकारी और निजी 1
मेदिनीनगर : जिले में आयुष्मान भारत योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में निर्धारित मानकों के अनुरूप सुविधा नहीं है। कहीं कहीं से मोटी राशि लेकर अस्पताल प्रबंधनों के साथ एमओयू किया गया है। यह खुलासा बुधवार को अस्पताल प्रबंध समिति की बैठक में हुआ। इसकी अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष प्रभा देवी ने की। समिति ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए आयुष्मान भारत से जुड़े अस्पतालों का निरीक्षण करने का निर्णय लिया। अस्पताल प्रबंधन समिति सदस्य सह जिला परिषद उपाध्यक्ष संजय ¨सह ने कहा जिले में सरकारी और निजी 18 अस्पतालों में आयुष्मान भारत योजना का संचालन किया जा रहा है। जांच के बाद इन अस्पतालों में व्यवस्था की सच्चाई सामने आ जाएगी। बैठक में अस्पताल परिसर में चार पहिया व दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग बनाने का निर्णय लिया गया। इसमें चार पहिया वाहनों से प्रति घंटे 20 रुपये व दो पहिया वाहनों से पांच रुपए पार्किंग शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए रेडकोर्स सोसाइटी के सामने खाली पड़ी भूमि को चिन्हित किया गया। जिला परिषद अध्यक्ष प्रभा देवी ने विभाग के कार्यकलापों के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया। समीक्षा में पाया गया कि अस्पताल परिसर में दवा दुकानें निर्धारित शर्तों के अनुसार काम नहीं कर रही है। समिति ने परिसर के अंदर संचालित दो दुकानों को खाली कराने का निर्देश दिया। बताया गया कि नो प्रोफिट नो लॉस पर मरीजों को दवा उपलब्ध कराने के शर्त पर दवा दुकान आवंटित किया गया था। बावजूद इसके दुकानदारों द्वारा कोई लेखा-जोखा नहीं दिया गया। इसी तरह नियमित किराया का भुगतान नहीं करने वाले 17 दुकानदारों को नोटिस देने का निर्णय लिया गया। पाया गया कि कई दुकानदार वर्ष 2013 से अब तक किराया नहीं दिए हैं।
शहरी डीपीएम सहित उपाधीक्षक कार्यालयकर्मी के वेतन पर रोक संवाद सहयोगी, अस्पताल प्रबंध समिति की बैठक में कई कर्मियों के कार्यों पर असंतोष व्यक्त किया गया। इसे लेकर शहरी डीपीएम सुखराम बाबू व उपाधीक्षक कार्यालय के कर्मी शाहीद अख्तर के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई। बाद में समिति ने अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। इस क्रम में पाया कि सदर अस्पताल में आए मरीजों को 148 प्रकार की दवाईयां मुफ्त पर देने का प्रावधान है। लेकिन यहां मात्र आठ से 10 दवाईयां उपलब्ध है। बैठक में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी डा. ताराचंद, सदस्य प्रमोद ¨सह, डीपीएम प्रवीण ¨सह, शहरी डीपीएम सुखराम बाबू, डा. आरके रंजन, डा. उषा किरण ¨सह, डा. अर्चना तिवारी, प्रबंधक रविशंकर सौरव सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।