योजनाओं में पंचायत प्रतिनिधिओं की भूमिका महत्वपूर्ण : डीसी
महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर से ग्राम पंचायत विकास योजना अंतर्गत आरंभ हो रहे समुदाय आधारित योजना अभियान सबकी योजना सबका विकास के सफल क्रियान्वयन में पंचायत प्रतिनिधिओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह बाते जिले के उपायुक्त डा. शांतनु कुमार अग्रहरि ने कही। वे मंगलवार को स्थानीय डीआरडीए के कार्यशाला में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कहा कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों में अभियान चलाया जाना है। इसके लिए सभी बीडीओ अपने-अपने प्रखंडो के पंचायतों में ग्राम सभा के आयोजन का कलेंडर तैयार कर ले। इस योजना के लिए ग्रामसभा पंचायत स्तर पर मुखिया के अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। ग्राम सभा में सहभागिता करने वाले राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के 210 फेसिलेटर व शेष पंचायतो के लिए रोजगार सेवको का प्रशिक्षण प्रखंडवार करा लेना आवश्यक है। जिला परिषद् अध्यक्ष संजय कुमार ¨सह ने कहा झारखंड में 2010 से पंचायती राज व्यव
मेदिनीनगर : महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर से ग्राम पंचायत विकास योजना अंतर्गत आरंभ हो रहे समुदाय आधारित योजना अभियान सबकी योजना सबका विकास के सफल क्रियान्वयन में पंचायत प्रतिनिधिओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह बातें जिले के उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने कही। वे मंगलवार को स्थानीय डीआरडीए के कार्यशाला में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कहा कि जिले के सभी ग्राम पंचायतों में अभियान चलाया जाना है। इसके लिए सभी बीडीओ अपने-अपने प्रखंडों के पंचायतों में ग्रामसभा के आयोजन का कलेंडर तैयार कर लें। इस योजना के लिए ग्रामसभा पंचायत स्तर पर मुखिया के अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। ग्राम सभा में सहभागिता करने वाले राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के 210 फेसिलेटर व शेष पंचायतो के लिए रोजगार सेवकों का प्रशिक्षण प्रखंडवार करा लेना आवश्यक है। जिला परिषद् अध्यक्ष संजय कुमार ¨सह ने कहा झारखंड में 2010 से पंचायती राज व्यवस्था लागू हो जाने पर ग्राम, पंचायत व ग्राम सभा की भूमिका बहुत बढ़ गई है। आगामी दो अक्टूबर से शुरू होने वाले सबकी योजना सबका विकास अभियान में मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद् सदस्य की उपस्थिति अनिवार्य है। इसलिए पंचायत स्तर पर होने वाले ग्राम सभा के स्थान व तिथि की सूचना संबंधित मुखिया, पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्य को समय पूर्व दिया जाना आवश्यक है। कहा की ग्रामीण योजनाओं के चयन, संचालन व क्रियान्वयन में पारदर्शिता के लिए त्रिस्तरीय पंचायती राज प्रतिनिधि की सहभागिता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
कार्यशाला में ऑडियो- वीडियो प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सहायक निदेशक पंचायती राज अजीत कुमार ¨सह व मास्टर ट्रेनर अनूप कुमार ने योजना के स्वरूप क्रियान्वयन के तरीके, ग्राम सभा का आयोजन, प्रशिक्षकों की भूमिका आदि के संबध में विस्तृत जानकारी दी। इससे पहले पलामू के उपायुक्त, जिला परिषद उपाध्यक्ष, डीआरडीए के निदेशिका स्मिता टोप्पो, डीपीआरओ, सहायक निदेशक पंचायती राज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का उदघाटन किया।